नयी दिल्ली : भारतीय टीम के अंतिम एकादश में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे स्पिनर कुलदीप यादव ने कहा कि उनके लिये यह चुनौती अंतरराष्ट्रीय करियर में मिलने वाली कई चुनौतियों में से एक है.
कुलदीप और युजवेन्द्र चहल को पिछले दो महीने में ज्यादा मौके नहीं मिले हैं, क्योंकि अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप के मद्देनजर भारतीय टीम प्रबंधन ने वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफी टी20 शृंखला में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया.
टी20 टीम से बाहर होने के बाद टेस्ट टीम के अंतिम एकादश में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे कुलदीप ने कहा, मैंने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया था तो कभी नहीं सोचा था कि भारत के लिए खेलूंगा.
मैं भारत के लिए पिछले तीन साल से खेल रहा हूं और मुझे कई चुनौतियों को सामना करना पड़ेगा जिसमें से मौजूदा चुनौती भी एक है. उन्होंने कहा, कड़ी मेहनत और अनुशासन के बिना कुछ भी संभव नहीं है और मैं उसी दृष्टिकोण के साथ खेल रहा हूं.
चौबीस साल के इस खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2017 में पदार्पण मैच में चार विकेट लेने के बाद कम समय में ही तीनों प्रारुपों की टीम में जगह पक्की कर ली. वह एकदिवसीय क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज भी बने.
कुलदीप टेस्ट टीम का हिस्सा है, लेकिन मौजूदा सत्र में उन्होंने खेलने का मौका नहीं मिला है क्योंकि रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. विश्व कप के बाद उन्होंने सात मैचों में 56.16 की औसत से सिर्फ सात विकेट लिये है.
कुलदीप से जब पूछा गया कि उन्होने टी20 से खुद को और चहल को बाहर किये जाने के बारे में टीम प्रबंधन से बात की है तो उन्होंने कहा, मैं टेस्ट शृंखला खत्म होने के बाद इस बारे में उनसे बात करूंगा.