मुजफ्फरपुर : दवा कंपनियों को शहर केस्टॉकिस्ट 10 करोड़ से अधिक की दवा रैनिटिडीन वापस करेंगे. गैस की इस कंपोजीशन की दवा की जांच में कैंसर कारक तत्व मिलने पर केंद्रीय औषधि विभाग ने कंपनियों को पत्र भेज कर आपत्ति जतायी थी. इसके बाद कंपनियों ने इसे वापस करने का निर्णय लिया. ड्रग एंड केमिस्ट एसोसिएशन को पत्र भेज कर कहा गया है कि इस कंपोजीशन की दवाएं वापस भेज दें. गैस की रेनिटिडीन कंपोजीशन की दवाएं 50 से अधिक कंपनियां बनाती हैं. इसकी बिक्री सबसे अधिक होने के कारण स्टॉकिस्ट काफी संख्या में दवा मंगाते थे.
सूत्रों के आकलन के हिसाब से बाजार में 10 करोड़ से अधिक की दवाएं हैं. खुदरा विक्रेताओं से होलसेलर ये दवाएं अब वापस मांगी हैं. ड्रग इंस्पेक्टर ने भी एसोसिएशन व डॉक्टरों को पत्र भेज कर इस दवा का उपयोग कम करने की बात कही थी. हालांकि कंपनियों ने इस कंपोजीशन की दवाओं को वापस करने के लिए स्टॉकिस्टों को पत्र भेजा है. दवा दुकानदार अमरेश ने कहा कि गैस की ये दवाएं बहुत सस्ती थी. पचास पैसे से एक रुपये तक एक टैबलेट मिलता था.
अब खर्च करने होंगे तीन रुपये : अब गैस की दवा खरीदने के लिए कम से कम तीन रुपये खर्च करने होंगे. इससे कम की दवा बाजार में उपलब्ध नहीं है. ये दवाएं रैनिटिडिन कंपोजीशन के बाद के जेनरेशन की है. रैनिटिडिन के बंद हो जाने के बाद अब लोगों के पास कम कीमत में गैस की दवा का विकल्प नहीं होगा. डॉक्टर भी ये दवाएं नहीं लिखेंगे.
रैनिटिडिन कंपोजीशन की दवाएं बंद करने के लिए दवा कंपनियों ने पत्र भेजा है. बाजार में इस कंपोजीशन की करोड़ों की दवाएं हैं. इन दवाओं की बिक्री सबसे अधिक होती थी. खुदरा विक्रेताओं से ये दवाएं वापस ली जा रही है.
– रंजन साहू, सचिव, बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन