पटना : चुनाव आयोग ने राज्य के पांच विधानसभा क्षेत्र और समस्तीपुर लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही राज्य में एक बार फिर सियासी हलचल शुरू हो गयी है.बांका जिले के बेलहर, सीवान जिले के दरौंदा, सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर, किशनगंज जिले के किशनगंज और भागलपुर जिले के नाथनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण खाली सीटों पर 21 अक्तूबर को मतदान कराया जायेगा.
इसके साथ ही लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान के निधन के कारण खाली हुई समस्तीपुर सुरक्षित सीट के लिए भी उसी दिन मतदान होगा. उपचुनाव की घोषणा होते ही एनडीए और महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच सीटों के तालमेल को लेकर राजनीतिक दलों की बैठकें शुरू हो गयी हैं.
सोमवार से 30 सितंबर तक नामांकन का परचा दाखिल किया जायेगा. 23 सितंबर को चुनाव की अधिसूचना जारी की जायेगी. इसके साथ ही संबंधित विधानसभा क्षेत्र वाले जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है. चुनाव आयोग की सूचना के मुताबिक एक अक्तूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी.
तीन अक्तूबर तक नाम वापस लिये जा सकेंगे. 21 अक्तूबर को वोट कराया जायेगा और 24 अक्तूबर को वोटों की गिनती की जायेगी. चुनाव की प्रक्रिया 27 अक्तूबर तक पूरी कर लेने को कहा गया है. सभी मतदान केंद्रों पर इवीएम और वीवीपैट की सुविधा होगी. पहली जनवरी, 2019 को जारी मतदाता सूची के आधार पर मतदान कराया जायेगा.
बिहार विस की इन सीटों पर होगा उपचुनाव
- दरौंदा (सीवान)
- बेलहर (बांका)
- सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा)
- नाथनगर (भागलपुर)
- किशनगंज
उपचुनाव क्यों?
2015 विधानसभा चुनाव में दरौंदा, बेलहर, सिमरी बख्तियारपुर व नाथनगर में जदयू, जबकि किशनगंज में कांग्रेस जीती थी. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज के विधायक मो जावेद किशनगंज सीट से , दरौंदा की जदयू विधायक कविता सिंह सीवान से, बेलहर के जदयू विधायक गिरिधारी यादव बांका से, नाथनगर के जदयू विधायक अजय मंडल भागलपुर से और सिमरी बख्तियारपुर के जदयू विधायक दिनेश चंद्र यादव मधेपुरा सीट से सांसद निर्वाचित हुए. इससे विधानसभा की ये सीटें खाली हो गयीं. समस्तीपुर लोकसभा सीट सांसद रामचंद्र पासवान के निधन के कारण खाली हुई है.
महाराष्ट्र व हरियाणा में चुनाव भी 21 अक्तूबर को
नयी दिल्ली . चुनाव आयोग ने शनिवार को हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया. इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गयी है. दोनों राज्यों में एक चरण में 21 अक्तूबर को मतदान होगा, जबकि 24 अक्तूबर को वोटों की गिनती होगी. 27 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी.
चार अक्तूबर नामांकन का आखिरी दिन होगा. कोई भी प्रत्याशी सात अक्तूबर तक नामांकन वापस ले सकता है. इसके अलावा विभिन्न राज्यों की 64 विधानसभा सीटों और बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी 21 अक्तूबर को होगा.
तारीखों का एलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि महाराष्ट्र में 8.9 करोड़ और हरियाणा में एक करोड़ 28 लाख वोटर अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. लोकसभा चुनाव ,तीन तलाक कानून लागू होने और अनुच्छेद 370 हटने के बाद देश के किसी राज्य में यह पहला विधानसभा चुनाव होगा. हरियाणा में दो नवंबर को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, जबकि महाराष्ट्र में नौ नवंबर को समाप्त होगा.
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 और हरियाणा में 90 सीटें हैं. महाराष्ट्र में भाजपा व शिवसेना गठबंधन की सरकार है, जबकि हरियाणा में अकेले भाजपा की सरकार है. पिछली बार भाजपा-शिवसेना ने महाराष्ट्र में अलग-अलग चुनाव लड़ा था, लेकिन लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियां एक साथ रहीं.
झारखंड तय समय पर ही होंगे विधानसभा चुनाव
झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान फिलहाल नहीं किया गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि झारखंड में विधानसभा का कार्यकाल अभी बाकी है और वहां की विधानसभा भंग नहीं की गयी है. ऐसे में वहां चुनाव तय समय पर ही कराये जायेंगे. राज्य विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल नौ जनवरी तय है. उन्होंने कहा िक यदि सदन के नेता विधानसभा भंग कर समय पूर्व चुनाव कराना चाहते हैं, तब यह एक अलग मामला है.
एक साथ चुनाव कराने के मुद्दे पर कहा कि जब तक राजनीतिक दलों के बीच इस पर बिल्कुल स्पष्ट सहमति नहीं होगी, इसे एक तय स्वरूप के रूप में नहीं लिया जा सकता. चुनाव प्रचार के दौरान ‘अनुच्छेद 370’ के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के सवाल पर उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. माना जा रहा है कि झारखंड के साथ ही दिल्ली विस चुनाव की तिथि का एलान किया जायेगा.
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झारखंड में भी समय पर ही होंगे विस चुनाव