गया : पितृपक्ष के मौके पर यात्रियों की भीड़ में चोरी करने के लिए यूपी के चोर गिरोह के सदस्य यहां पहुंच कर सक्रिय हो गये हैं. शुक्रवार की सुबह देवघाट से यूपी का एक चोर पुलिस की पकड़ में आया है. चोर गिरोह के अन्य सदस्य भीड़ का फायदा उठा कर भागने में सफल रहे. गिरफ्तार चोर के पास से यात्री के चुराये गये रुपये व मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद किये हैं. देवघाट पर एनसीसी के जवान ने चोर को पकड़ा और सुरक्षा के लिए तैनात एसटीएफ के जवानों को सौंप दिया.
विष्णुपद के अस्थायी थाना के प्रभारी रामाज्ञा राय ने बताया कि ओड़िसा के सुंदरगढ़ थाने के बड़ागोड़ा के रहनेवाले पिंडदानी अशोक साव देवघाट पर स्नान कर रहे थे. उसी वक्त यूपी के गोंडा जिले के मोतीगंज थाने के पठनपुरवा गांव से पिंडदानी के वेश में आये चोर गिरोह के सदस्य चंद्रभान सिंह व अन्य तीन सदस्य यात्री के रुपये व मोबाइल फोन लेकर भाग निकले. वहां मौजूद पुलिस के जवान ने एक चोर को पकड़ लिया. पकड़े गये चोर के पास से 1400 रुपये व मोबाइल फोन बरामद किया गया. पूछताछ में पकड़े गये चोर ने पूछताछ में बताया कि उसके साथ उसी के गांव के सुखराम सिंह व घनश्याम सिंह यहां आये हैं. तीनों मिल कर कई दिनों से चोरी की घटना को अंजाम दे रहे थे. उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्य पिंडदानियों की तरह ही वेशभूषा में थे.
थाना प्रभारी बताया कि फरार हुए गिरोह के अन्य दो सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. इधर, लोगों ने ब्राह्मणी घाट से भी संदेह के आधार पर एक युवक को पकड़ कर पुलिस को सौंपा है. युवक को विष्णुपद के अस्थायी थाने में रखा गया है. गेवाल बिगहा के रहनेवाले राका कुमार ने बताया कि उसकी मां यहां सफाईकर्मी केेे रूप में ड्यूटी पर है. वह अपनी मां से ही मिलने आया था. लोगों ने उसे चोर समझ कर पकड़ लिया. देर शाम तक पुलिस उक्त युवक के बारे में जानकारी जुटाती रही.
मेले के समय ठग गिरोह हो जाते हैं सक्रिय
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पितृपक्ष मेला शुरू होते ही कई राज्यों के चोर गिरोह के सदस्य यहां पहुंच कर सक्रिय हो गये हैं. पुलिस के सामने यह चुनौती है कि यहां कुछ गिरोह पहले ही सक्रिय रहते हैं. अब मेला के समय अन्य राज्यों से चोर गिरोह के सदस्यों के आने के बाद लगाम लगाने में पसीना बहाना पड़ रहा है. पिछले कई वर्षों से देखा जाये, तो मेला के समय स्थानीय चोर गिरोह के सदस्य पकड़े जाने के साथ ही बाहर के गिरोह का जत्था भी पकड़ा जाता रहा है. बाहरी गिरोह के सदस्यों की पहचान करना आसान नहीं होता, क्योंकि पिंडदानी के वेश में ही चोर गिरोह के भी सदस्य रहते हैं. इनमें पुलिस के लिए पहचानना मुश्किल हो जाता है कि कौन पिंडदानी है और कौन गिरोह के सदस्य. शुक्रवार को विष्णुपद थाने की पुलिस ने चोर गिरोह के सदस्य पकड़े जाने पर करीब 11 पंडित वेश वाले लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की. देर शाम तक पुलिस सत्यापन करने में जुटी रही कि ये पंडित किस पंडा के साथ काम करते हैं. कुछ के बारे में पंडा पहचान देने भी पहुंचे. लेकिन, कई के बारे में कोई पंडा पहचान देने नहीं पहुंचे.
फ्लैश बैक: 2017 में मध्य प्रदेश के 18 अपराधी पकड़ाये थे
पितृपक्ष मेला शुरू होने के बाद विभिन्न राज्यों के अपराधिक चरित्र के लोग गया पहुंच कर घटनाओं को अंजाम देने में जुट जाते हैं. गया जंक्शन पर इन दिनों तीर्थयात्रियों के वेश में अंतरराज्यीय अापराधिक गिरोह के कई लोग चोरी व छिनतई की घटनाओं को अंजाम देने में लगे हुए हैं. गया जंक्शन से बीते दिन पुरी व झारखंड के गिरफ्तार अपराधियों के बाद से आरपीएफ ने सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया. सीसीटीवी के साथ-साथ सिविल वर्दी में भी सुरक्षाकर्मियों की जगह-जगह तैनाती की गयी है. आरपीएफ निरीक्षक एएस सिद्दीकी ने बताया कि अंतरराज्यीय गिरोह के अपराधी एक टीम बनाकर मेला क्षेत्र पहुंचते हैं. पास के इलाके में आवासन रखकर जंक्शन पर अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश के 18 अपराधियों को गया जंक्शन पर गिरफ्तार किया गया था.