नयी दिल्ली : भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) 17 से 19 सितंबर तक नयी दिल्ली में 5वां अंतरराष्ट्रीय रामायण महोत्सव आयोजित करने जा रही है. यह आयोजन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के भारत की सौम्य संपदा या साफ्ट पावर के जरिए सांस्कृतिक आयामों को पेश करने की पहल का हिस्सा है.
आईसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, ‘गृह मंत्री अमित शाह इस महोत्सव का उद्घाटन करेंगे, जिसमें थाईलैंड, कंबोडिया, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, श्रीलंका, ट्रिनिदाद एवं टोबैगो, फिजी सहित आठ देशों के कला समूह हिस्सा ले रहे हैं.’
नयी दिल्ली के बाद यह महोत्सव 20 से 22 सितंबर तक पुणे, लखनऊ में आयोजित किया जायेगा. महोत्सव में हिस्सा लेने वाले विभिन्न देशों के समूह अयोध्या जायेंगे जो भगवान राम की जन्मस्थली है. यह पूछे जाने पर कि क्या वे रामलला के दर्शन करने भी जायेंगे, सहस्त्रबुद्धे ने कहा, ‘यह स्वभाविक है.’
हालांकि, अयोध्या में इन कला समूहों द्वारा कोई प्रस्तुति नहीं दी जायेगी. आईसीसीआर के अध्यक्ष ने कहा कि सौम्य संपदा या साफ्ट पावर का एक महत्वपूर्ण आयाम सांस्कृतिक पक्ष है और केंद्र सरकार इसे मजबूती के साथ आगे बढ़ा रही है. इसी श्रृंखला में 2015 में पहली बार रामायण महोत्सव की शुरुआत की गयी थी.
उन्होंने कहा कि आईसीसीआर अगले वर्ष जनवरी में ‘डेस्टिनेशन इंडिया’ सम्मेलन का आयोजन करने जा रही है जो भारत आने वाले छात्रों के संदर्भ में है.