पटना : पटना नगर निगम की वार्ड नंबर 21 की पार्षद पिंकी कुमारी से छेड़खानी के मामले में मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर बुधवार को करीब डेढ़ घंटे विलंब से महिला आयोग के समक्ष पहुंचे. पेश होने के बाद शिशिर ने बताया कि एक-दो दिनों में साक्ष्य प्रस्तुत कर दूंगा. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे फंसाया गया है. साक्ष्य प्रस्तुत किये जाने के बाद मीडिया के सामने अपनी बात रखूंगा. मालूम हो कि वार्ड नंबर 21 की पार्षद पिंकी कुमारी ने मेयर के पुत्र पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए महिला आयोग में शिकायत की थी. इसके बाद महिला आयोग ने आज बुधवार को 12 बजे पेश होने का आदेश दिया था.
क्या है मामला?
पटना नगर निगम की 20 अगस्त को बैठक के दौरान वार्ड नंबर 21 की पार्षद पिंकी कुमारी ने आरोप लगाया कि मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार ने उनको देखकर आंख मारी है. पिंकी कुमारी ने कहा था कि सदन में जिस वक्त घटना घटी उस वक्त उन्होंने मेयर पुत्र शिशिर को कहा कि वह उनकी शिकायत उनकी मां मेयर सीता साहू से करेंगी. इसके बावजूद वह हरकतों से बाज नहीं आये और दोबारा आंख मारी. पहली बार नजरंदाज करने के बावजूद जब वह अभद्र व्यवहार करते रहे, तो उन्होंने मामले को जोर-शोर से उठाया. पिंकी कुमारी के समर्थन में भी कई वार्ड पार्षद आ गये. उन्होंने कदम कुआं थाने में इस मामले को लेकर मेयर पुत्र शिशिर के साथ-साथ इंद्रदीप कुमार चंद्रवंशी व सतीश कुमार के खिलाफ लिखित में शिकायत दर्ज करायी थी. पिंकी कुमारी ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री से अपील भी की थी. वहीं, मेयर के बेटे शिशिर ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए वार्ड पार्षद को ही विवादित महिला बताया. शिशिर ने कहा था कि उन्हें नगर निगम की स्थायी समिति से बाहर कर दिये जाने के कारण दुर्भावना से प्रेरित होकर उनके खिलाफ आंख मारने की शिकायत की गयी है. इधर, मेयर सीता साहू ने अपने बेटे पर लगाये गये आरोपों का खंडन करते हुए वार्ड नंबर 21 की पार्षद पिंकी कुमारी को ही विक्षुब्ध और बेचैन आत्मा कहा. साथ ही अपने इलाके में अतिक्रमण करा कर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन द्वारा लगाम लगाने से नाराज वार्ड पार्षद पिंकी कुमारी ने बेटे के खिलाफ साजिश रची.