दिलीप घोष ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया
नानूर में भाजपा कार्यकर्ता को मार दी गयी थी गोली
कोलकाता : बीरभूम जिले के नानूर के मृत भाजपा कार्यकर्ता स्वरूप गोराई के पार्थिव शरीर को एनआरएस अस्पताल से प्रदेश भाजपा कार्यालय नहीं लाने देने के पुलिस के फैसले से नाराज परिजनों व भाजपा नेताओं ने सोमवार को शव लेने से इनकार कर दिया.
मृत भाजपा कार्यकर्ता के परिजनों ने प्रदेश भाजपा कार्यालय जाकर राज्य पार्टी अध्यक्ष दिलीप घोष से मुलाकात की और उनसे न्याय की गुहार लगायी. दूसरी ओर, हिंसा के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने बीरभूम के एसपी कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को नानूर के रामकृष्णपुर ब्लॉक में भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता स्वरूप गोराई को गोली मार दी गयी थी.
रविवार को कोलकाता में उनकी मौत हो गयी थी. भाजपा का आरोप है कि तृणमूल समर्थकों ने उनकी हत्या की है. सोमवार को मृत भाजपा कार्यकर्ता के शव को एनआरएस अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया. अस्पताल में पूर्व सांसद अनुपम हाजरा, प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विश्वप्रिय रायचौधरी व भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष देवजीत सरकार पहुंचे. उनके साथ ही मृत भाजपा कार्यकर्ता की पत्नी व भाई भी थे. उन लोगों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में जानबूझ कर पोस्टमार्टम में विलंब किया गया.
वे लोग भाजपा समर्थक के पार्थिव शरीर को प्रदेश भाजपा कार्यालय ले जाना चाहते हैं, लेकिन पुलिस इसकी अनुमति नहीं दे रही है. इसे लेकर काफी देर तक अस्पताल में भाजपा नेता विरोध करते रहे. बाद में रायचौधरी ने कहा कि परिवार के लोगों ने फैसला लिया है कि यदि मृत कार्यकर्ता के शव को भाजपा कार्यालय नहीं ले जाने दिया जायेगा, तो वे लोग अस्पताल में शव नहीं लेंगे तथा भाजपा इस मामले में मंगलवार को अदालत का दरवाजा खटखटायेगी. दूसरी ओर, शाम को मृत कार्यकर्ता के परिजन प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर दिलीप घोष से मुलाकात की. श्री घोष ने कहा कि राज्य में लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो रही हैं. मेदिनीपुर में दो लोगों को मार दिया गया. अब बीरभूम में हत्या की गयी.
वे लोग मृत कार्यकर्ता को सम्मान देने के लिए उनके पार्थिव शरीर को भाजपा कार्यालय लाते हैं, लेकिन पुलिस ने लाने नहीं दिया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की. भाजपा का कहना है कि स्वरूप गोराई बीरभूम जिले के नानूर विधानसभा के रामकृष्णपुर ब्लॉक भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे. शनिवार को तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने उन पर हमला किया, जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गये. उन्हें घायल हालत में कोलकाता के पार्क सर्कस स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार को उनकी मौत हो गयी.