वैशाली (पटेढ़ी बेलसर) : बिहार के वैशाली में बेलसर ओपी के नगवां में शनिवार को बच्चा चोर के शक में ग्रामीणों ने चार महिलाओं को पुस्तकालय में बंधक बना लिया. बच्चा चोर के शक में महिलाओं के पकड़े जाने की सूचना पर वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गये. कुछ ग्रामीण महिलाओं को मारने-पीटने पर उतारू थे. इसकी सूचना मिलते ही बेलसर ओपी की पुलिस मौके पर पहुंच गयी. इस दौरान कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. सूचना पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने लगभग साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद बंधक बनी चारों महिलाओं को वहां से लेकर थाना पहुंची.
चारों महिलाएं पटना की रहने वाली बतायी जा रही है. वे यहां शादी के रिश्ते के लिए लड़का देखने यहां आयी थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को नगवां गांव संदिग्ध स्थिति में घूम रही चार महिलाओं पर कुछ ग्रामीणों की नजर पड़ी. इसके बाद बच्चा चोर के शक में उन्हें पुस्तकालय में बंद कर दिया गया. इसकी जानकारी मिलते ही वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गये. इसकी सूचना मिलते ही बेलसर ओपी की पुलिस मौके पर पहुंच गयी.
पुलिस ने जब महिलाओं को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया तो कुछ ग्रामीण आक्रोशित हो गये और महिला के साथ मारपीट पर उतारू हो गये. पुस्तकालय का दरवाजा तोड़ने का भी प्रयास किया गया. हालांकि, कुछ ग्रामीणों ने पुलिस का साथ दिया और महिलाओं को पुलिस के हवाले करने की बात कहने लगे. मामला बढ़ते देख इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी गयी. इसके बाद लालगंज सर्किल इंस्पेक्टर चितरंजन ठाकुर के नेतृत्व में वैशाली, गोरौल, लालगंज, भगवानपुर व सराय थाना की पुलिस पहुंच गयी. शाम पांच बजे भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवी तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया.
इसके पुलिस ने कुछ ग्रामीणों के सहयोग से उपद्रवियों को हल्का बल प्रयोग कर वहां से खदेड़ दिया. उपद्रवियों के भागने के बाद पुलिस चारों महिलाओं को वहां से सुरक्षित निकाल कर थाना ले आयी. पूछताछ के दौरान उनकी पहचान पटना सिटी के नुनु चौराहा निवासी संजू देवी, रेखा देवी, पिंकी देवी तथा रिंकी देवी के रूप में हुई. उन्होंने पुलिस को बताया कि एक परिचित ने शादी के लिए लड़का देखने के लिए उन्हें यहां बुलाया था. ओपी अध्यक्ष अजित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बंधक बनी महिलाओं को बचा कर थाना लाया गया है. उनके बताये पते का सत्यापन किया जा रहा है.