Advertisement
वेदना प्रदर्शन में भाग लेने का शिक्षकों ने लिया संकल्प
सीवान : राज्य के चार लाख नियोजित शिक्षक आज सिर्फ समान वेतन नहीं, बल्कि अपनी अस्मिता व स्वाभिमान की रक्षा के लिए मौन वेदना- प्रदर्शन करते नजर आयेंगे. यह प्रदर्शन बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के राज्यव्यापी आह्वान पर पटना के संजय गांधी स्टेडियम, गर्दनीबाग में किया जायेगा, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली […]
सीवान : राज्य के चार लाख नियोजित शिक्षक आज सिर्फ समान वेतन नहीं, बल्कि अपनी अस्मिता व स्वाभिमान की रक्षा के लिए मौन वेदना- प्रदर्शन करते नजर आयेंगे. यह प्रदर्शन बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के राज्यव्यापी आह्वान पर पटना के संजय गांधी स्टेडियम, गर्दनीबाग में किया जायेगा, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
जिला प्रतिनिधि सुधीर कुमार शर्मा ने बताया कि न्यायालय की चूक व सरकार की चाबुक ने प्रदेश के तमाम चार लाख नियोजित शिक्षकों के पेट को लहूलुहान कर दिया है. शिक्षकों के पेट व संवैधानिक अधिकारों के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा.
आंदोलन को सफल बनाने के लिए जिले के सभी प्रारंभिक से उच्च माध्यमिक स्तर तक के विद्यालयों के नियोजित शिक्षक गुरुवार को एक दिवसीय हड़ताल रहेंगे. सभी सरकारी कार्यों को बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. इसके लिए संबंधित पदाधिकारी व संबंधित विद्यालय प्रधान को सामूहिक रूप से उपस्थिति पंजी में हड़ताल अंकित करने की लिखित सूचना दे दी गयी है.
इधर शिक्षकों के आंदोलन को कमजोर करने के लिए अपर मुख्य सचिव के पत्र के आलोक में डीइओ चंद्रशेखर राय ने शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को विद्यालय में बने रहने का फरमान जारी किया है. बता दें कि इस मुद्दे पर सरकार एवं संघ आमने-सामने हैं.
उल्लेखनीय है कि पटना में होने वाली विराट वेदना-प्रदर्शन में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिले के हजारों शिक्षक बुधवार की शाम में ही रवाना हो गये. जबकि शेष वंचित हजारों नियोजित शिक्षक आज सुबह ट्रेन, बस, बोलेरो व निजी वाहनों से संजय गांधी मिनी स्टेडियम, गर्दनीबाग, पटना के लिए रवाना होंगे. इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि बिहार के सभी सरकारी संस्थाओं में पढ़नेवाले शिष्य आज अपने गुरुओं को परंपरागत सम्मान करने से वंचित रह जायेंगे.
इसी क्रम में बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति प्रखंड इकाई, जीरादेई के तत्वाधान में स्थानीय आदर्श मध्य विद्यालय में संयोजक बालकुंवर साह की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई. बैठक में चट्टानी एकता का परिचय देते हुए इस आंदोलन को ऐतिहासिक बनाने का निर्णय लिया गया. मौके पर सभी शिक्षकों ने चट्टानी एकता के साथ सरकार द्वारा प्रायोजित नियोजन नीतियों को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया.
कार्यक्रम के समापन पर ‘आवाज दो कि हम एक हैं’ का नारा बुलंद किया गया. बता दें कि राज्य के तमाम नियोजित शिक्षक समान वेतन, समान सेवाशर्त, पुरानी पेंशन योजना, स्थानांतरण आदि सात सूत्री मांगों को लेकर जुलाई से ही आंदोलन की राह पर अग्रसर है.
मौके पर विकास दत्ता, प्रमोद कुमार सिंह, कन्हैया पंडित, अब्दुल माजिद, हृदयानंद सिंह, अरविंद कुमार पांडेय, सतीश श्रीवास्तव, रब्बान हुसैन, प्रेम किशोर पांडेय, जुनेद अली, ठाकुर प्रसाद, हरिकांत कुमार, सोहम कुमार, दिनेश प्रसाद, मो मुस्ताक, अशोक कुमार दास, रामेश्वर सिंह, राकेश सिंह, जितेश सिंह, राकेश कुमार शाह, असगर अली, विश्वनाथ राय, रितेश सिंह, बबिता सिंह, ममता कुमारी, पिंकी देवी, रीना उपाध्याय, सुमन देवी, गीता देवी, किरण कुमारी, रेणु देवी आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं ने पटना कूच करने का संकल्प लिया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement