समस्तीपुर : जिला पुलिस को खुर्शीद हत्याकांड में बड़ी सफलता हाथ लगी है़ सदर डीएसपी के नेतृत्व में गठित पुलिस की टीम ने मात्र 24 घंटों के अंदर इस हत्याकांड का खुलासा कर लिया है. इस घटना में नामजद किये गये दो आरोपियों के साथ-साथ खुर्शीद के हत्यारे को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
गिरफ्तार किये गये हत्यारे के पास से घटना में प्रयुक्त खून लगी तरछेबिया भी बरामद कर ली गयी है़ घटना के पीछे आपसी मतभेद व संबंधों को लेकर रंजिश बतायी गयी है. सोमवार को सदर डीएसपी प्रितिश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी़ उन्होंने कहा कि इस घटना में तीन युवकों को पकड़ा गया है.
पकड़े गये युवकों में अजय कुमार पासवान एवं उसका भाई विजय कुमार पासवान घटना का प्राथमिकी अभियुक्त है़ जबकि तीसरा युवक रमेश कुमार अप्राथमिकी अभियुक्त है. रमेश ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर खुर्शीद की गला रेत दी थी़ गिरफ्तार किये गये तीनों युवक मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के मौलानाचक वार्ड संख्या तीन के रहने वाले बताये जाते हैं. रमेश ने पुलिस के समक्ष अपना दोष भी स्वीकार कर लिया है़ साथ ही इस कांड में शामिल अपने साथियों के भी खुलासे किये हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
फतेहपुर बाला में मिला था खुर्शीद का शव: 31 अगस्त को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आधारपुर वार्ड संख्या 11 के मो़ खुर्शीद का शव मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के फतेहपुर बाला में मिला था. हत्यारों ने उसकी गला रेतकर हत्या कर दी थी़ इस घटना को लेकर मृतक की मां मुनैजा खातून ने हत्या की नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें मुसरीघरारी के मौलानाचक निवासी मोती पासवान के पुत्र अजय कुमार पासवान एवं विजय कुमार पासवान सहित चार को अरोपित किया गया था.
डीएसपी के मुताबिक मृतक छोटा-मोटा ठेकेदारी का काम करता था. जिस वजह से आरोपितों का उसके घर आना जाना रहता था़ इसी बीच कुछ आपसी बात एवं संबंधों को लेकर आरोपियों से मतभेद हो गया था. जिस वजह से आरोपियों ने खुर्शीद को रास्ते से हटाने के लिए साजिश रची़ खुर्शीद को घर से बुलाकर अपनी बाइक से ले गये. इसके बाद फतेहपुर बाला में सुनसान जगह पर रमेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी गला रेतकर हत्या कर दी थी.
डीएसपी के नेतृत्व में बनी थी पुलिस की टीम: इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन ने सदर डीएसपी प्रितिश कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनायी थी. जिसमें मुसरीघरारी थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह एवं सरायरंजन थानाध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी सहित सरायरंजन थाना के पुअनि. विनोद कुमार, सअनि. वीके महतो, राजेश कुमार को शामिल किया गया था़ टीम ने मात्र 24 घंटे के अंदर त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारे को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिखाया.