गम्हरिया : सरायकेला-खरसावां जिले में सरकारी जमीन पर भू-माफिया किस कदर हावी हैं, यह गम्हरिया अंचल क्षेत्र में देखने को मिल रहा है, जहां प्रखंड का सर्वोच्च पद माने जाने वाला प्रखंड प्रमुख के पति को ही विभागीय लापरवाही व भू-माफियाओं की करतूत के कारण ठगी का शिकार होना पड़ा. मामला दुग्धा पंचायत के बड़ा हरिहरपुर गांव की है.
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मत्स्य पालन के लिए दस्तावेज में 1.58 एकड़ का तालाब, हकीकत में समतल
गम्हरिया : सरायकेला-खरसावां जिले में सरकारी जमीन पर भू-माफिया किस कदर हावी हैं, यह गम्हरिया अंचल क्षेत्र में देखने को मिल रहा है, जहां प्रखंड का सर्वोच्च पद माने जाने वाला प्रखंड प्रमुख के पति को ही विभागीय लापरवाही व भू-माफियाओं की करतूत के कारण ठगी का शिकार होना पड़ा. मामला दुग्धा पंचायत के बड़ा […]
सरकारी दस्तावेजों की मानें, तो उक्त गांव के खाता संख्या 52, खेसरा 16, 17 में 1.58 एकड़ का बड़ा हरिहरपुर बांध नामक एक तालाब है, जिसका ग्रामीण स्नान करने, धार्मिक व अपने पारंपरिक कार्य में उपयोग व मछली पालन करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत को देखें.
तो वर्तमान में भू-माफियाओं द्वारा उक्त तालाब को कब्जा कर समतल कर दिया गया है. कई वर्ष पूर्व सरकारी तालाब का समतलीकरण किये जाने का ग्रामीणों द्वारा विरोध भी किया गया था, लेकिन विभागीय पदाधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा, हालांकि सरकारी कागजात में आज भी उक्त स्थल पर बने तालाब में मछली पालन किये जाने का मामला चर्चा का विषय बन गया है.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा. गम्हरिया प्रखंड प्रमुख अमृता टुडू के पति रोहिन टुडू ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय में गम्हरिया अंचल से संबंधित विभिन्न गांवों में स्थित तालाब में मछली पालन को लेकर तालाब अल्पकालीन बंदोबस्ती की सूचना लगायी गयी थी.
सूचना देख उनके भी मन में भी मछली पालन कर पैसा कमाने की इच्छा हुई. इसके बाद उन्होंने निर्धारित तिथि को जिला मत्स्य कार्यालय पहुंचकर जानकारी ली. इस दौरान उन्हें बताया गया कि बड़ा हरिहरपुर बांध के लिए अब तक किसी के द्वारा आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है.
इसके बाद श्री टुडू मन में मछली पालन का सपना संजोये तत्काल उक्त तालाब के लिए एक वर्ष 2019-20 का अल्पकालीन बंदोबस्ती करवाते हुए निर्धारित सुरक्षित राशि जमा कर दिया. इसके बदले विभाग द्वारा श्री टुडू को शुल्क से संबंधित चालान रसीद भी काटकर दिये गये. दूसरे दिन मछली पालन को लेकर उत्साहित श्री टुडू जब बड़ा हरिहरपुर स्थित तालाब पहुंचे, तो स्थिति देख उनका होश उड़ गये.
जिस तालाब में मछली पालन के लिए उनके द्वारा सुरक्षित राशि जमा करवायी गयी, वर्तमान में उक्त स्थल पर तालाब का नामो निशान भी नहीं है. भू-माफियाओं द्वारा तालाब को पूरी तरह से समतल कर दिया गया है. विभाग की ओर से उनके साथ ठगी किये जाने का आभाष होते ही उनके द्वारा इसकी शिकायत विभाग से कर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की गयी. मामले को लेकर ग्रामीणों द्वारा भी बीडीओ व सीओ को ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की गयी.
भाजपा शासन में सब कुछ संभव : झाविमो. झाविमो जिलाध्यक्ष शंभू मंडल ने कहा कि इस प्रकार की यह पहला मामला नहीं है. गांव में जांच की जाये, तो कई मामले सामने आयेंगे. भाजपा शासनकाल में सब कुछ संभव है. जमीन से तालाब गायब हो जाना जांच का विषय है.
मामले की जांच कर होगी कार्रवाई : सीओ
सीओ धनंजय कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है. अगर सरकारी तालाब को भर दिया गया है, तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
दोषियों पर हो कड़ी कार्रवाई : प्रमुख
प्रखंड प्रमुख अमृता टुडू ने कहा कि सरकारी नक्शा में प्रदर्शित तालाब का समतलीकरण किया जाना गंभीर मामला है. किस परिस्थिति में तालाब का समतलीकरण किया गया, जबकि सरकारी दस्तावेजों में आज तालाब में मछली पालन किये जाने की सूचना उपलब्ध है. यह जांच का विषय है. मामले को लेकर श्री हांसदा उपायुक्त से मिलकर जांच कर मामले में शामिल दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे.
मामला गंभीर, दोषियों को मिले सजा : मुखिया
मुखिया मालती हांसदा ने कहा कि सरकारी तालाब का गायब हो जाना गंभीर मामला है. इसकी जांच कर मामले में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई हो. स्थल का निरीक्षण कर इसकी शिकायत उपायुक्त से किया जायेगा.
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