नयी दिल्लीः आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार बीते कई दिनों से विपक्ष के निशाने पर है. जीडीपी में तेज गिरावट को लेकर अब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था पर चिंता व्यक्त की और मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की स्थिति आज बहुत चिंताजनक है.
Former Prime Minister Manmohan Singh: It is particularly distressing that the manufacturing sector's growth is tottering at 0.6%. This makes it very clear that our economy has not yet recovered from the man-made blunders of demonetisation and a hastily implemented GST. https://t.co/h7Ycbwa20M
— ANI (@ANI) September 1, 2019
कहा कि जीडीपी का पांच फीसदी पर पहुंच जाना इस बात का संकेत है कि हम एक लंबी मंदी के भंवर में फंस चुके हैं. भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी से आगे बढ़ने की क्षमता है, लेकिन मोदी सरकार के कुप्रबंधन ने देश की अर्थव्यवस्था को मंदी में ढकेल दिया है. पूर्व पीएम ने कहा कि अर्थव्यवस्था अब तक नोटबंदी और जीएसटी जैसे मानवीय कुप्रबंधन से उबर नहीं पाई है.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था इन दिनों मंदी की मार से जूझ रही है. पिछली तिमाही में भारत की विकास दर 5 प्रतिशत रही थी. जो दिखाती है कि भारत मंदी के जंजाल में फंस गया है. सबसे हैरानी कि बात है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ सिर्फ 0.6 रही.पूर्व पीएम ने कहा कि घरेलू मांग में निराशा साफ नजर आ रही है और खपत में वृद्धि 18 महीने के सबसे निचले स्तर पर है.
जीडीपी 15 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है.कर राजस्व में भारी कमी है. मनमोहन सिंह ने कहा, निवेशकों में भारी उदासीनता है. यह आर्थिक सुधार की नींव नहीं है.नौकरियों के अवसर पैदा न होने पर भी मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को जमकर घेरा.
उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में 3.5 लाख नौकरियां जा चुकी हैं. इसी तरह असंगठित क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर लोग नौकरियां खो रहे हैं.