गया/पटना: एक नाबालिग के सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होने पर उसकी माता पिता जब न्याय मांगने के लिए पंचायत पहुंचे तो वहां पीड़िता को निराधार आरोप लगाने का दोषी करार दे दिया गया और उसका सिर मुंडवाकर उसे गांव में घुमाया गया. यह घटना बिहार में गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के अंकोला गांव की है.
मोहनपुर के थाना अध्यक्ष रवि भूषण ने बुधवार को बताया कि गत 14 अगस्त को हुए इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं. उन्होंने बताया कि 26 अगस्त को मसौंधा गांव की 15 वर्षीय पीड़िता और उसके माता-पिता के बयान पर दुष्कर्म के तीन आरोपियों और चार पंचायत सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों ने बताया कि नाबालिग का अपहरण कर उसके साथ तब तक सामूहिक दुष्कर्म किया गया जब तक वह बेहोश नहीं हो गयी. पीड़िता की आपबीती सुन कर उसके माता-पिता ने स्थानीय ग्राम पंचायत से न्याय की गुहार लगायी. लेकिन, पंचायत सदस्यों ने लड़की को निराधार आरोप लगाने के लिए दंडित करते हुए उसका सिर मुंडवाकर उसे गांव में घुमाया.
इसके बाद पीड़िता और उसके माता-पिता ने फोन पर पुलिस महानिदेशक कार्यालय में शिकायत दर्ज करायी. जिला पुलिस अधिकारियों को शिकायत पर जांच करने के लिए कहा गया है. घटना के बारे में पटना स्थित बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्र ने कहा, "यह बहुत गंभीर मामला है. हमने गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अपराधियों को कड़ी सजा और लड़की को न्याय सुनिश्चित करने को कहा है. हमने ग्राम पंचायत के सभी पांच सदस्यों से उपस्थित होकर यह बताने को कहा है कि उनके निर्देश पर नाबालिग पीड़िता के साथ अमानवीय व्यवहार क्यों किया गया?’