विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 12 सितंबर से शुरू हो रहा है. विष्णुपद मंदिर से सटे देवघाट पर पिंडदानियों की भीड़ उमड़ती है. हर वर्ष देवघाट पर बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने के नाम पर लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं, लेकिन मेला समाप्त होने के बाद उनका रखरखाव सही तरीके से नहीं हो पाता है.
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देवघाट के पास लाखों रुपये का स्नानागार बना पशुओं का बाड़ा
विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 12 सितंबर से शुरू हो रहा है. विष्णुपद मंदिर से सटे देवघाट पर पिंडदानियों की भीड़ उमड़ती है. हर वर्ष देवघाट पर बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने के नाम पर लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं, लेकिन मेला समाप्त होने के बाद उनका रखरखाव सही तरीके से नहीं हो पाता है. […]
इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि देवघाट पर पिछले वर्ष पीएचइडी के द्वारा लाखों रुपये खर्च कर बनाया गया स्नानागार पशुओं का बाड़ा बन चुका है. स्नानागार चारों तरफ से टूट गया है व उसमें लगाया गया झरना भी चोरी कर लिया गया है. इसके अलावा यहां बने शौचालयों की स्थिति भी जर्जर है.
निगम के जिम्मे सारी व्यवस्थाएं: गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों से देवघाट पर बने शौचालय व दूसरे बुनियादी संसाधनों को लेकर निगम व पीएचइडी के बीच विवाद रहा है.
हाल ही में पीएचइडी के द्वारा शौचालय, स्नानागार समेत दूसरे बुनियादी संसाधनों के रखरखाव का जिम्मा पूरी तरह से नगर निगम के सौंपा गया है. इसके रखरखाव को लेकर कर्मचारियों की नियुक्ति की बात थी लेकिन अभी तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है. नतीजा, असामाजिक तत्वों द्वारा इन संसाधनों को बड़े आसानी से नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
चेजिंग रूम खस्ताहाल: देवघाट पर महिला पिंडदानियों को ध्यान में रखते हुए चार से पांच चेजिंग रूम बनाये गये हैं. लेकिन इसकी स्थिति भी खस्ताहाल है. इसके अलावा देवघाट पर बने शौचालयों की स्थिति भी खराब है. यहां पानी के लिए लगायी गयी आरओ मशीन भी काम नहीं करती है. देवघाट पर पिंडदानियों के लिए लगाया गया झरना भी काम नहीं करता है.
बेहतर व्यवस्था के लिए निगम संकल्पित
गया. नगर निगम सभागार में बुधवार को पितृपक्ष मेला को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक की अध्यक्षता महापौर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान ने की व संचालन नगर आयुक्त सावन कुमार ने किया. बैठक में नगर आयुक्त ने आगामी विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला की तैयारियों की विस्तृत रूप से जानकारी ली व कई दिशा-निर्देश भी दिये.
वहीं, डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि इस बार पितृपक्ष मेला में पिंडदानियों को पिछले वर्ष से बेहतर व्यवस्था मिलेगी, जिसको लेकर गया नगर निगम पूर्व से ही तैयारियों में जुटा हुआ है. इस बार मेला क्षेत्र में आउटसोर्सिंग के जरिये मुकम्मल साफ-सफाई की व्यवस्था, वाटर एटीएम कैंप, पेड़ पौधों पर रंग बिरंगी लाइटें लगायी जायेंगी. साथ ही सभी सफाईकर्मी वर्दी में तैनात रहेंगे.
मेला क्षेत्र का मेयर और डिप्टी मेयर ने किया भ्रमण
इस बैठक के बाद मेयर, डिप्टी मेयर व नगर आयुक्त समेत शहर के वार्ड पार्षदों ने पितृपक्ष मेला में चल रहे कार्यों का जायजा लिया. हेरिटेज योजना के तहत नये लुक में तैयार ब्रह्म्सत सरोवर का अधिकारियों ने निरीक्षण किया. साथ ही मौके पर मौजूद सफाई प्रभारियों को सरोवर की सफाई अविलंब कराने का निर्देश दिया. बताया गया कि सरोवर की सीढ़ियों व घाटों की सफाई बेहतर तरीके से करायी जा रही है.
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