मधुबनी : शहर में जल निकासी के लिए कैनालों की सफाई के नाम पर किये गये खर्च ने बीते सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है. इस साल बारिश पूर्व कैनाल सफाई के नाम पर 15 लाख रुपये खर्च दिखाये जा रहे हैं. कैनाल की सफाई कागज पर तो हुई है, पर धरातल पर शहर में एक भी प्वाईंट ऐसा नहीं कहा जा सकता है जहां पर कैनाल की सफाई को पूरा किया गया हो. अब तक सफाई का काम पूरा नहीं हुआ है. नगर परिषद कैनाल की सफाई की जांच किये बिना ही भुगतान कर दिया.
आलम यह है कि शहर के तीनों कैनाल गाद व जलकुंभी से परा पड़ा है. कैनाल से भले ही पूरी तरह से जलनिकासी हो या ना हो पर नगर परिषद से करीब 15 लाख की निकासी हो चुकी है. दरअसल शहर में जल निकासी के लिए मुख्य रूप से तीन कैनाल वाटसन, किंस व राज कैनाल हैं. जिसे बरसात पूर्व सफाई का निर्देश दिया था. हालांकि नगर परिषद बरसात पूर्व प्रत्येक वर्ष कैनाल की सफाई करता है. पर इतनी राशि कभी नहीं खर्च हुई थी. इतनी राशि खर्च किये जाने पर पार्षद भी अचंभित है. वार्ड 16 के पार्षद ने बोर्ड की बैठक में किंस कैनाल की सफाई का कार्य पूरा नहीं होने पर सवाल खडा किया था.
वार्ड दो से निकलती है किंग कैनाल. शहर का किंस कैनाल वार्ड नंबर 2 से निकलती है. यह लाखोबिंदा, एडीबी शाखा, गांधी चौक से महराजगंज होते हुए स्टेडियम के समीप वाटसन कैनाल में मिलती है. इसकी लंबाई करीब डेढ किलोमीटर है. लाखों बिंदा, गदियानी, गांधी चौक व महरागंज जेपी कॉलोनी के पास गाद व जलकुंभी से पटा है. इसकी सफाई अब तक नहीं हुई है. हल्की बारिश से ही कैनाल का पानी सड़कों पर आ जाता है. कागज पर इसकी सफाई पूरी हो चुकी है.
राज कैनाल. शहर का राज कैनाल यह टेलीफोन एक्सचेंज के समीप से निकलती है. बीएन झा कॉलोनी से होते हुए माल गोदाम रोड के बगल से स्टेशन के समीप 12 नंबर गुमटी के समीप वाटसन कैनाल में मिलती है. इसकी लंबाई करीब आधा किलोमीटर की है. इस कैनाल के जाम रहने से कई लोगों के घरों में वर्षा का पानी जमा हो जाता है. सफाई की मांग को लेकर कई बार स्थानीय लोग आंदोलन भी कर चुके है. माल गोदाम रोड में कैनाल गाद व जलकुंभी से पटा है.
वाटसन कैनाल. शहर का वाटसन कैनाल जिसमें अन्य दो कैनाल मिलता है. जिससे होकर पानी जीवछ नदी में जाती है. यह कैनाल स्टेशन के समीप 13 नंबर गुमटी के समीप से निकलती है. जो थाना मोड़, स्टेडियम रोड होते हुए जीवछ नदी में मिलती है. इस कैनाल से कहीं कहीं जलकुंभी निकाला तो गया पर गाद जमा रहने से पानी की निकासी नहीं हो पाती है.