नागपुर : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को वापस किया जा सका है क्योंकि पूरे समाज ने दृढ़ संकल्प दिखाया.
उन्होंने इस तरह का निर्णय लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और इच्छा शक्ति की सराहना की. भागवत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में लोग यह कहते हैं कि वो हैं तो मुमकिन है. उन्होंने कहा कि देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस पर भी, एक धारणा है कि यदि लोग दृढ़ संकल्पित हैं, तो वे असंभव को संभव बना सकते हैं. महाराष्ट्र के नागपुर में स्थित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुख्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर लोगों को बधाई देते हुए भागवत ने कहा, पूरे समाज के संकल्प के कारण जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाया जा सका है, इसलिए हम आज के दिन उस संकल्प को फिर से दोहराते हैं.
उन्होंने कहा, आज स्वतंत्रता के लिए किये गये बलिदानों को याद करने और फिर से ऐसा संकल्प लेने का दिन है. बाद में डाॅ हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर में राष्ट्रीय झंडा फहराने के बाद भागवत ने मोदी और जम्मू कश्मीर का नाम लिये बिना कहा कि यह लोगों की इच्छा शक्ति थी जिसने देश के नेतृत्व को उस राज्य में यह कदम उठाने के लिए ताकत दी. उन्होंने कहा, लोग प्रधानमंत्री के बारे में यह कहते हैं कि वो हैं तो कुछ भी मुमकिन है. यह ठीक है और कहना गलत नहीं है क्योंकि अंत में यह सब व्यक्ति की इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है. संघ प्रमुख ने कहा कि समाज की इच्छा शक्ति उन लोगों के दृढ़ संकल्प को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है जो देश के शासन में शीर्ष पर हैं.
उन्होंने कहा कि देश का 73वां स्वतंत्रता दिवस गुरुवार को मनाया जा रहा है और यह धारणा है कि अगर हम दृढ़ संकल्पित हैं तो हम असंभव को भी संभव कर सकते हैं. इससे पूर्व स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने यहां महाल क्षेत्र स्थित संघ मुख्यालय में ध्वजारोहण किया. उन्होंने कहा कि देश के महान नेताओं के स्वप्नों को पूरा करने के लिए देश आगे बढ़ रहा है.