नयी दिल्ली : झारखंड समेत देश के 18 राज्यों के करीब चार लाख लोगों को ‘समर्थ ‘ योजना के तहत कुशल बनाया जायेगा. इस योजना का उद्देश्य कपड़ा क्षेत्र से जुड़े कामकाजों में लोगों को दक्ष बनाना और क्षमता निर्माण करना है. योजना के तहत केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किये गये. बुधवार को कपड़ा मंत्रालय और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों के बीच इसे लेकर समझौतों का आदान-प्रदान किया गया. इस दौरान केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी मौजूद रहीं.
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ईरानी ने कहा कि राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों ने यहां उपस्थित होकर तत्परता दिखायी है. भारत सरकार समेत सभी 18 राज्य ने एक छत के नीचे चार लाख लोगों को कुशल बनाने का संकल्प लिया है. मुझे लगता है कि देश के इतिहास में यह इस तरह का अब तक का पहला बड़ा कदम है. जिन 18 राज्यों ने समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं, उनमें अरुणाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, केरल, मिजोरम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, कर्नाटक, ओड़िशा, मणिपुर, हरियाणा, मेघालय, झारखंड और उत्तराखंड शामिल हैं.
ईरानी ने कहा कि कपड़ा क्षेत्र से जुड़े जिन क्षेत्रों में लोगों को कुशल बनाया जायेगा उनमें तैयार परिधान, बुने हुए कपड़े, धातु हस्तकला, हथकरघा, हस्तकला और कालीन शामिल हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हमेशा से यह प्रयास रहा है कि नये भारत में हम यह सुनिश्चित करें कि आजीविका की इच्छा रखने वाला हर नागरिक कुशल और दक्ष हो.
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