बक्सर : बेस्ट मोबाइल एप के माध्यम से अब उच्च विद्यालयों में निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जिले में बेस्ट मोबाइल एप के माध्यम से करीब 20 विद्यालयों का निरीक्षण भी किया जा चुका है. इसको लेकर उच्च विद्यालयों में असर दिखने लगा है.
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हाइस्कूलों में बेस्ट मोबाइल एप से निगरानी हुई शुरू
बक्सर : बेस्ट मोबाइल एप के माध्यम से अब उच्च विद्यालयों में निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जिले में बेस्ट मोबाइल एप के माध्यम से करीब 20 विद्यालयों का निरीक्षण भी किया जा चुका है. इसको लेकर उच्च विद्यालयों में असर दिखने लगा है. एप के शुरू होने से विद्यालयों में बच्चों का […]
एप के शुरू होने से विद्यालयों में बच्चों का नामांकन एवं उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, विद्यालय का समय से खुलने की स्थिति, बुनियादी सुविधा की स्थिति एवं विद्यालय संचालन से संबंधित जानकारियां की निरीक्षण एप के माध्यम से आसानी से किया जा रहा है. इसे लेकर ड्यूटी के प्रति लापरवाह शिक्षकों के बीच भय का माहौल कायम हो गया है.
बेस्ट मोबाइल एप जिले में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद एवं यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से संचालित हो रहा है. ज्ञात हो कि प्राथमिक विद्यालयों में इस एप की सफलता के बाद सरकार ने एप का विस्तार किया है. विस्तार के बाद एप के माध्यम से माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में निगरानी करने की शुरुआत जिले में हो गयी है. योजना की तहत मोबाइल एप से जिला एवं प्रखंड स्तर के अधिकारी निरीक्षण करेंगे.
इसको लेकर विभाग के अपर मुख्य सचिव स्तर से निर्गत पत्र में ही प्रति माह निरीक्षण करने को लेकर अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की गयी है. अधिकारियों को हर बुधवार एवं गुरुवार को निश्चित रूप से निरीक्षण करने को कहा गया है. इसके साथ ही आवश्यकतानुसार किसी भी दिन निरीक्षण करने का निर्देश भी जारी है.
इन्हें करना है निरीक्षण : जिला शिक्षा पदाधिकारी को कम से कम तीन विद्यालयों का प्रति माह निरीक्षण माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का करना है. सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को कम से कम चार विद्यालयों का निरीक्षण, कार्यक्रम पदाधिकारियों को कम से कम पांच विद्यालयों तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को कम से कम पांच विद्यालय का एप के माध्यम से निरीक्षण करना है.
एप से निरीक्षण के दौरान कमी पायी जाने पर होगी कार्रवाई : मोबाइल एप के माध्यम से निरीक्षण का जांच रिपोर्ट हर बुधवार एवं शनिवार को प्रखंड शैक्षिक आंकड़ा प्रबंधन केंद्र के द्वारा संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को उपलब्ध कराया जायेगा. बीइओ वेव पोर्टल के माध्यम से जांच प्रतिवेदन का स्वयं अवलोकन करेंगे.
इसके बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी वेव पोर्टल के माध्यम से ही जांच प्रतिवेदन का स्वयं अवलोकन कर कार्रवाई करेंगे. छात्र-छात्राओं का 60 प्रतिशत से कम उपस्थिति होने पर अभिभावकों के साथ प्रधानाध्यापकों को बैठक कर 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य रूप से करने की दिशा में पहल करना शामिल है.
कार्यक्रम की सफलता को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के नेतृत्व में प्रत्येक माह समीक्षा बैठक आयोजित की जानी शामिल है. जिसमें डीपीओ माध्यमिक शिक्षा एवं डीपीओ स्थापना को अनिवार्य रूप से शामिल होना है.
कहते हैं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी
जिले में बेस्ट मोबाइल एप से निगरानी की शुरू हो गयी है. जिले में एप के माध्यम से करीब 20 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों का निरीक्षण भी किया जा चुका है. एप से निगरानी के बाद विद्यालयों में अपेक्षित प्रभाव दिखने लगा है. विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति की संख्या में वृद्धि होने लगी है.
प्रदीप कुमार डीपीओ माध्यमिक शिक्षा, बक्सर
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