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पटना : छात्राओं के लिए अलग से अब नहीं खुलेंगे स्कूल को-एजुकेशन जरूरी : मुख्यमंत्री
पटना : पटना हाइस्कूल के शताब्दी समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग स्कूल नहीं खोले जायेंगे.लड़के और लड़कियां साथ-साथ पढ़ेंगे. मुख्यमंत्री ने मंच से ही अफसरों को हिदायत दी कि को-एजुकेशन (सह शिक्षा) के विस्तार के लिए स्कूलों की आधारभूत संरचना में बढ़ोतरी कराएं, ताकि वहां […]
पटना : पटना हाइस्कूल के शताब्दी समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग स्कूल नहीं खोले जायेंगे.लड़के और लड़कियां साथ-साथ पढ़ेंगे. मुख्यमंत्री ने मंच से ही अफसरों को हिदायत दी कि को-एजुकेशन (सह शिक्षा) के विस्तार के लिए स्कूलों की आधारभूत संरचना में बढ़ोतरी कराएं, ताकि वहां सह शिक्षा शुरू की जा सके. उन्होंने पटना हाइस्कूल में भी फिर से सह शिक्षा शुरू करने के लिए कहा.
स्कूल के पुराने विद्यार्थियों से इस दिशा में पहल करने के लिए कहा. इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि स्कूल परिसर से लगे मैदान में जल्दी ही बेहतर स्टेडियम बनाया जायेगा. साथ ही कहा कि स्कूल में शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह की आदमकद प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी. मुख्यमंत्री ने एक प्रसंग में मुस्कराते हुए कहा कि चूंकि यह मांग सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने की है, इसलिए शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह की वर्तमान प्रतिमा गंगा प्रसाद के घर पहुंचा दी जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में प्रजनन दर देश में सर्वाधिक है. एक रिसर्च का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रजनन दर कम करने के लिए जरूरी है कि बच्चियों को कम-से-कम मैट्रिक या इंटरमीडिएट तक शिक्षा जरूर दी जाये. जिन लड़कियों का बाल विवाह नहीं हुआ है, उन्हें राज्य सरकार की ओर से इंटर करने पर 10 हजार रुपये और स्नातक की शिक्षा हासिल करने पर 25 हजार रुपये दिये जाते हैं. इससे स्थिति में सुधार होगा. उन्होंने साफ कहा कि अगले सत्र वर्ष 2020 में प्रदेश की प्रत्येक पंचायत में कक्षा नौवीं की पढ़ाई शुरू हो जायेगी.
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