नयी दिल्ली : यूरोप के अग्रणी विश्वविद्यालयों में अध्ययन के लिए इस साल करीब 450 भारतीय छात्रों और कर्मचारियों को यूरोपीय संघ ने नामी इरास्मस वजीफा प्रदान किया है. पिछले साल की तुलना में इसमें 23 फीसदी का इजाफा हुआ है. यूरोपीय संघ के मुताबिक, इसके अतिरिक्त भारतीय उच्च शिक्षा संस्थान के करीब 350 छात्रों और कर्मचारियों को इरास्मस इंटरनेशनल क्रेडिट मोबिलिटी (आईसीएम) कार्यक्रम के तहत वजीफे के लिए चुना गया है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इन 450 में 89 भारतीय छात्रों को इरास्मस मुंडुस संयुक्त मास्टर्स डिग्री कार्यक्रम (ईएमजेएमडी) के लिए पूर्ण पोषित छात्रवृत्ति प्रदान कर यूरोप में कम से कम दो देशों में विश्वविद्यालयों में हिस्सा लेने का अवसर दिया गया है. इन 89 भारतीय छात्रों में 48 महिलाएं और 41 पुरुष हैं. पिछले साल की तुलना में इरास्मस छात्रवृत्ति में भारतीय छात्रों की संख्या 23 फीसदी बढ़ी है. छात्रवृत्ति के तहत छात्र यूरोपीय विश्वविद्यालय में एक साल में कम से कम तीन महीने रहेंगे.