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मधुपुर : …जब टूटी रेलवे ट्रैक से गुजर गयी पाटलीपुत्रा एक्सप्रेस
रांची/मधुपुर : आसनसोल रेलखंड के मदनकटा और विद्यासागर के बीच सोमवार को टूटी रेलवे ट्रैक पर हटिया-पटना पाटलीपुत्रा एक्सप्रेस गुजर गयी. हालांकि, ट्रेन की रफ्तार अत्यधिक नहीं थी. अन्यथा बड़ा रेल हादसा हो सकता था. दरअसल, पाटलीपुत्रा एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय पर तड़के 5:36 बजे विद्यासागर स्टेशन से मधुपुर स्टेशन के लिए खुली. ट्रेन खुलकर […]
रांची/मधुपुर : आसनसोल रेलखंड के मदनकटा और विद्यासागर के बीच सोमवार को टूटी रेलवे ट्रैक पर हटिया-पटना पाटलीपुत्रा एक्सप्रेस गुजर गयी. हालांकि, ट्रेन की रफ्तार अत्यधिक नहीं थी. अन्यथा बड़ा रेल हादसा हो सकता था.
दरअसल, पाटलीपुत्रा एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय पर तड़के 5:36 बजे विद्यासागर स्टेशन से मधुपुर स्टेशन के लिए खुली. ट्रेन खुलकर कुछ दूरी तक पहुंची थी.
इसी दौरान रेल पोल संख्या 275/17-19 के निकट ट्रेन के चालक व उप चालक को जोरदार झटका महसूस हुआ. इसके बाद ट्रेन के चालक ने मधुपुर से पूर्व ही मदनकटा स्टेशन में ट्रेन को रोक दिया और गार्ड ने रेल पोल संख्या दर्शाते हुए स्टेशन प्रबंधक को मेमो दिया. इसमें ट्रैक टूटने का जिक्र किया गया. इसके बाद मदनकटा स्टेशन प्रबंधक ने तत्काल विद्यासागर स्टेशन प्रशासन को फोन कर अप लाइन पर ट्रेनों के परिचालन को रोक देने के लिए कहा. साथ ही ट्रैक फैक्चर होने की बात बतायी.
ट्रैक फ्रैक्चर की सूचना पर रोक दी गयीं ट्रेनें : ट्रैक फ्रैक्चर होने की सूचना पर अप कोलकाता-जसीडीह सवारी ट्रेन को विद्यासागर में 45 मिनट, सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस को जामताड़ा स्टेशन में सुबह सात बजे से सवा घंटा व हावड़ा-मोकामा सवारी ट्रेन को चितरंजन स्टेशन में एक घंटा तक रोक दिया. इधर, ट्रैक टूटने की सूचना पर तुरंत विद्यासागर से पीडब्ल्यूआइ के अभियंता व कर्मी समेत आरपीएफ मधुपुर के अधिकारी और जवान पहुंचे. रेलवे पटरी को दुरुस्त करने के बाद परिचालन दोबारा चालू किया गया. टूटे हुए ट्रैक को कुछ दूरी तक काट कर हटाया गया और उसकी जगह नया ट्रैक डाला गया.
हालांकि अब भी स्थायी रूप से मरम्मत नहीं हो पायी है. क्योंकि इसके लिए कम से कम दो घंटे अप लाइन पर ब्लॉक की जरूरत है. फिलहाल कॉसन देकर ट्रेन परिचालन को बहाल किया गया है. इस दौरान सुबह छह बजे से सवा आठ बजे तक अप लाइन का परिचालन पूरी तरह से बंद रहा.
25 साल पुराने ट्रैक का हो रहा है इस्तेमाल
जिस जगह पर टूटी रेल पटरी पर पाटलीपुत्रा एक्सप्रेस दौड़ी, उस रेलवे ट्रैक को 1995 में लगाया गया था. इसे अब तक नहीं बदला गया है.
हालांकि, पिछले दो साल के दौरान सीतारामपुर स्टेशन से झाझा के बीच अप व डाउन लाइन पर 90 फीसदी से अधिक पुराने रेलवे ट्रैक को बदला जा चुका है. जिस जगह पर ट्रैक टूटा, उसी स्थान पर अप लाइन में सिर्फ दो किमी रेलवे ट्रैक ही ढाई दशक पुरानी है. जिसे बदलने का आदेश दिया जा चुका है. इसमें अगले महीने से काम चालू होने की संभावना है.
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