तारकेश्वर में महादेव का किया दर्शन, की पूजा-अर्चना
कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को तारकेश्वर में बाबा महादेव की पूजा की. श्री विजयवर्गीय पहली बार तारकेश्वर गये थे. यहां श्री विजयवर्गीय ने बंगाल में शांति की प्रार्थना की. इसके साथ ही नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन द्वारा ‘जय श्रीराम बंगाल की संस्कृति नहीं’ के बयान पर नाराजगी जतायी.
श्री विजयवर्गीय ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा : आज देख रहा हूं. बंगाल में जगह-जगह जय श्रीराम को लेकर अमर्त्य सेन के बयान के पोस्टर लगे हैं. वह हिंदू धर्म के शंकराचार्य थोड़े ही हैं, जो वह कह दें कि बंगाल में जय श्रीराम की संस्कृति नहीं है.
वह क्या महामंडलेश्वर हैं या शंकराचार्य. ठीक है. वह अर्थशास्त्री हैं, तो हैं. उनके अर्थशास्त्र के ज्ञान से बंगाल ने कितनी प्रगति की है? चाहे माकपा का राज हो या फिर तृणमूल का राज. सब जानते हैं कि बंगाल में कितनी आर्थिक प्रगति हुई है? वह अपने अर्थशास्त्र को ही फोकस करें और जय श्रीराम बंगाल की संस्कृति है या नहीं है. यह काम सांधु-संतों और आमलोगों पर छोड़ दें.
तथाकथित बुद्धिजीवी पीएम को बदनाम करने की रच रहे साजिश :
देश के बुद्धिजीवियों द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने के संबंध में श्री विजयवर्गीय ने कहा : जहां तक ये तथाकथित बुद्धिजीवियों द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखने की बात है. ये तथाकथित बुद्धिजीवी हमेशा देशविरोधी ताकतों का समर्थन करते रहे हैं. सिर्फ मोदी जी को बदनाम करने के लिए इस प्रकार हथकंडे करते हैं. जब से मोदी जी पीएम बने हैं, तो कभी पुरस्कार वापसी, कभी भारत के भी टुकड़े होंगे, जैसे नारा देनेवालों के साथ खड़े होकर व कभी नक्सली आंदोलन में भाग लेनेवाले अर्बन नक्सलवादियों के साथ खड़े होकर देश में सिर्फ आराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. देश की जनता इनके साथ नहीं है.
भाटपाड़ा में जानबूझ कर हिंसा फैला रही राज्य सरकार :
भाटपाड़ा में हिंसा के संबंध में श्री विजवर्गीय ने कहा : यह सब राज्य सरकार जानबूझ कर करा रही है. चुनाव के बाद लगातार अर्जुन सिंह हों या चाहे उनके बेटे. उन्हें बदनाम करने के लिए सरकार द्वारा वहां लगातार हिंसा करवा रही है. उन्होंने कहा कि बैरकपुर एक मात्र जिला है, जहां पिछले तीन महीने में पांच-पांच पुलिस कमिश्नर बदल दिये गये हैं, जो पुलिस कमिश्नर ममता जी के इशारे पर काम नहीं करता है, उन्हें वह बदल देती हैं.
खुद को बचाने के लिए छोटे नेताओं पर कट मनी का आरोप :
श्री विजयवर्गीय ने कट मनी के मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है कि ममता जी खुद को बचाने के लिए छोटे नेताओं को आरोप के घेरे में डाल दे रही हैं. नेताओं को यह व्यवहार शोभा नहीं देती.