पटना : पुरानी कबाड़ बन चुकी बाइक में इंजन का हिस्सा हटाया, वहां पर बैट्री लगायी और हो गयी इलेक्ट्रिक बाइक तैयार. वहीं दूसरी ओर 150 सीसी की बाइक का इंजन लिया, पुरानी कार की सीट ली और कबाड़ी दुकान से पाइप आदि लेकर उससे रेसिंग कार बना ली. किसी ने 15 हजार रुपये में वह इलेक्ट्रिक बाइक बना ली तो किसी ने 25 हजार में रेसिंग कार तैयार कर उसे अपने कॉलेज के परिसर में चलाना भी शुरू कर दिया. इनोवेशन की दुनिया में यह प्रयोग बिहार के इंजीनियरिंग और आइटीआइ कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों का है. बगैर किसी विशेष सुविधा के इन्होंने यह अभिनव प्रयोग किया है.
पॉलिटेक्निक छात्रों ने बनायी इलेक्ट्रिक बाइक : न्यू गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, दीघा के छात्र मनीष कुमार, विश्वनाथ कुमार और विकास कुमार यादव की टीम ने यह इलेक्ट्रिक बाइक बनायी है. मनीष ने बताया कि इसमें डीसी मोटर, इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोलर यूनिट, स्क्रैप बाइक बिना इंजन के, बैटरी, कन्वर्टर का प्रयोग किया गया है. इसमें मैक्सिमम पावर 800 वाट की है. मैनुअल ब्रेक सिस्टम वाली इस बाइक में 48 वोल्ट की बैट्री और इतने ही पावर के चार्जर का इस्तेमाल किया गया है. बाइक की स्पीड 40 किमी प्रति घंटे की देती है और एक बार आपने फुल चार्ज कर लिया तो 50-60 किमी तक चलती है. चार्जिंग में 6 घंटे का समय लगता है. सभी लड़के चाहते हैं कि सरकार इस सस्ती बाइक को अपनी मदद दे तो यह काफी सक्सेफुल हो सकती है.
इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस में चलाते हैं रेसिंग कार
बख्तियारपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र पवन कुमार, सूरज कुमार और नवदीप कुमार ने सिंगल सीट, छोटे इंजन वाली चार चक्के की रेसिंग कार बनायी है. हल्के स्टेयरिंग सिस्टम वाली यह कार चौड़े टायरों वाली है जिससे ग्रिप अच्छा बनता है. पवन ने बताया कि इसमें बजाज पल्सर 180 सीसी की बाइक इंजन 178 सीसी की एयर कूल्ड, सिंगल सिलिंडर, दो स्पार्क वाले इंजन, 17 बीएचपी के पावर के साथ 8500 राउंड प्रति मिनट की गति से चलता है. उन्होंने कहा कि अभी केवल 25 हजार रुपये में यह कार बना ली है.