काबुल : अमेरिकी वार्ताकार दल के एक सदस्य ने कहा है कि तालिबान के साथ हालिया दौर की वार्ता ‘बहुत सार्थक’ रही है. हालांकि, उन्होंने इससे इनकार किया कि वाशिंगटन ने अफगानिस्तान से अपने 14000 सैनिकों की वापसी के लिए समय सीमा निर्धारित करने की बात कही है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ की पिछले महीने काबुल की यात्रा के बाद इस बातचीत में गति आयी है. उस वक्त उन्होंने कहा था कि वाशिंगटन को उम्मीद है कि एक सितंबर से पहले कोई समझौता हो सकता है.
कतर की राजधानी दोहा में अमेरिकी वार्ताकार दल के एक सदस्य ने एजेंसी को शुक्रवार को बताया कि अमेरिका ने शांति समझौते के तहत 18 महीने में वापसी के लिए पेशकश नहीं की है. दोहा में तालिबान का राजनीतिक कार्यालय है और वहां पर वार्ता हो रही है. तालिबान के एक अधिकारी ने कुछ महीने पहले संवाद समिति को समय सीमा के बारे में बताया था, अमेरिकी वार्ताकार उसी बारे में बता रहे थे.
वार्ता की संवेदनशीलता को देखते हुए इस अमेरिकी अधिकारी ने अपनी पहचान जाहिर करने से इनकार कर दिया. तालिबान का कहना है कि इस बार वार्ता में 60 लोग भाग ले रहे हैं. वहीं, सरकार की उच्च शांति परिषद के उप प्रमुख अताउल्ला रहमान सलीम ने बताया कि 64 लोग वार्ता में शामिल होंगे.