नयी दिल्ली : बीसीसीआई ने घरेलू सत्र में थोड़ा बदलाव किया है जिसमें कुल 2036 मैच खेले जायेंगे और भारत के राष्ट्रीय टी20 टूर्नामेंट का आयोजन आईपीएल खिलाड़ियों की नीलामी से पहले कराया जायेगा.
बुधवार को घोषित 2019-20 घरेलू कार्यक्रम में हुए बदलाव में देश के मुख्य घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी को थोड़ा आगे कर दिया गया है. टूर्नामेंट आठ नवंबर से एक दिसंबर तक आयोजित होगा जबकि पिछला सत्र फरवरी-मार्च में खेला गया था.
आईपीएल नीलामी आमतौर पर दिसंबर-जनवरी में होती है. रणजी ट्रॉफी पहली बार नौ दिसंबर से शुरू होकर मार्च तक खेली जायेगी और इसका फाइनल 13 मार्च को होगा. प्रारुप पिछले सत्र के समान होगा. जिसमें प्लेट ग्रुप से शीर्ष टीम क्वार्टरफाइनल के लिये क्वालीफाई करेगी और अगले सत्र में उसे एलीट सी ग्रुप में प्रोमोट किया जाता है.
लीट ग्रुप सी से दो शीर्ष टीमें क्वार्टरफाइनल के लिये क्वालीफाई करती हैं और इन्हें अगले सत्र में एलीट ग्रुप ए और एलीट ग्रुप बी में प्रोमोट किया जाता है. हमेशा की तरह दलीप ट्रॉफी से सत्र की शुरुआत होगी और इसके बाद विजय हजारे 50 ओवर ट्रॉफी, देवधर ट्रॉफी, रणजी ट्रॉफी और इरानी ट्रॉफी (18 से 22 मार्च तक) प्रतियोगितायें खेली जायेंगी.
सीनियर महिला घरेलू सत्र टी20 लीग से अक्टूबर से शुरू होगा. भारत की महिला टीम का लक्ष्य 21 फरवरी से आठ मार्च तक ऑस्ट्रेलिया में चलने वाले टी20 विश्व कप के लिये जगह बनाना होगा. पिछले सत्र में बीसीसीआई ने नौ नयी टीमों को जोड़ा था जिससे कुल मैचों की संख्या 2017 हो गयी थी. इस साल 19 मैच और बढ़ गये हैं.