वर्ष 2015 में पुटुस यादव की हत्या के बाद से था फरार
पटना : स्पेशल टाॅस्क फोर्स ने शनिवार को 50 हजार के इनामी अपराधी मनीष कुमार सिंह को पटना के न्यू बाइपास क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. मनीष बाहुबली विधायक अनंत सिंह का खास गुर्गा माना जाता है. बाढ़-मोकामा के टाल इलाके में उसकी दहशत व्याप्त थी. शुक्रवार की रात एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मनीष कुमार सिंह वर्ष पुत्र अवधेश कुमार सिंह निवासी हरौली बाढ़ पटना में है.
वह बेऊर जेल इलाके में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी की योजना बना रहा था. बिहार एसटीएफ ने छापेमारी की लेकिन भनक लगते ही वह पटना में ही कहीं छिप गया. आइजी एसटीएफ सुशील खोपड़े एसटीएफ के इस आपरेशन की पल-पल की खबर लेकर दिशा-निर्देश दे रहे थे. कुख्यात शनिवार की सुबह पटना से बाहर निकलने को जैसे ही न्यू बाइपास पर आया एसटीएफ ने दबोच लिया.
आरोपित के घर की हो चुकी है कुर्की-जब्ती
मनीष की वर्ष 2015 से तलाश की जा रही थी. पुटुस यादव की हत्या के बाद से फरार था. पुलिस मुख्यालय कार्रवाई पर सीधी नजर
रखे हुए था. करीब एक साल पहले उसकी गिरफ्तारी के लिये बाहुबली विधायक को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गयी थी. बाढ़ की एएसपी लिपि सिंह ने करीब तीन महीने पहले कुर्कीजब्ती की कार्रवाई की थी. इनाम घोषित करने की अनुशंसा की थी.
जून में की बड़ी वारदात
कुख्यात मनीष कुमार सिंह के खिलाफ बाढ़ थाना में तीन मामले दर्ज हैं. बाढ़ थाना क्षेत्र में उसने तीन बड़ी वारदातें की थी. इनको उसने जून माह में ही अंजाम दिया था. 11 साल पहले 20 जून 2008 काे (कांड संख्या 226/08) हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद 12 जून 2013 को चर्चित व्यक्ति की हत्या कर दी थी. यह मामला कांड संख्या 144/13 के रूप में दर्ज है. तीसरा मामला (कांड संख्या 241/15)भी हत्या का है. 18 जून 2015 को पुटुस यादव की हत्या का मामला दर्ज किया गया था.
पटना : बेरहमी से कर दी गयी थी हत्या
पटना : पुटुस यादव की हत्या काफी बेरहमी से कर दी गयी थी. अपराधियों ने उसे 15 जून 2015 में अगवा कर लिया था और 18 जून को उसका शव बाढ़ में ही बरामद किया गया था. उसके शरीर में कांटी ठोंक दी गयी थी और नाखून भी उखाड़ दिया गया था. इस मामले में मोकामा विधायक अनंत सिंह भी अप्राथमिकी अभियुक्त बनाये गये थे और पुलिस ने उनके पटना स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी की थी.
आवास परिसर से एसएलआर के कारतूस बरामद किये गये थे और फिर पुलिस ने बिहटा में ठेकेदार राजीव रंजन सिंह उर्फ राजू सिंह के केस में अनंत सिंह को जेल भेज दिया था. बाद में सभी केसों में जमानत लेकर अनंत सिंह बाहर निकल गये थे.
पुटुस यादव हत्याकांड उस समय काफी चर्चित हुआ था.15 जून 2015 में बाढ़ के अस्पताल चौक के पास दो बाइक पर सवार चार युवक सोनू, प्रदीप, पुटुस व कांजू पांडेय बातचीत कर रहे थे. इसी बीच अपराधी इन चारों को जबरन उठा ले गये और पुटुस की हत्या कर दी थी.