मुजफ्फरपुर : चमकी बुखार से शनिवार को दो बच्चों की मौत हो गयी. वहीं शुक्रवार की देर रात भी इससे एक बच्चे की मौत हुई थी. एसकेएमसीएच के पीआइसीयू वार्ड में इलाजरत मोतीपुर कथैया गोपीनाथपुर की आठ वर्षीय नीरा कुमारी ने दम तोड़ दिया है. नीरा का इलाज एक सप्ताह से चल रहा था.
मीनापुर के चैनपुर गांव में चमकी बुखार से मो अली की पांच वर्षिय पुत्री उमरकैया का मौत हो गयी. मनियारी के पकाही पंचायत के बलरा इस्माइल गांव स्थित महादलित टोला में रामप्रवेश पासवान की 12 वर्षीया पुत्री मीरन कुमारी की मौत एसकेएमसीएच में शुक्रवार की देर रात हो गयी.
इसके साथ ही चमकी बुखार से मरने वाल बच्चों की संख्या 191 हो गई है. वहीं, चमकी बुखार से पीड़ित दो नये बच्चे एसकेएमसीएच में भर्ती किये गये हैं. अब तक जून माह में चमकी बुखार के 632 मामले सामने आये है.
सदर अस्पताल के एइएस वार्ड में बच्ची भर्ती. सदर अस्पताल के एईएस वार्ड में पूर्वी चंपारण के पीपरा स्टेशन के दो वर्षीय प्रयाग बाबू व एसकेएमसीएच में कांटी कलवारी की पांच वर्षीय सलोनी कुमारी को भर्ती किया गया है. सलोनी को कांटी पीएचसी से रेफर किया गया था. सदर अस्पताल में सात साल बाद एईएस पीड़ित बच्चा भर्ती हुआ है. उपाधीक्षक डॉ. एनके चौधरी ने बताया कि 15 दिनपहले पांच बच्चों को भर्ती किया गया था. सभी को स्वस्थ कर भेज दिया गया.
ग्यारह बच्चों को शिशु वार्ड र्में किया गया शिफ्ट
एसकेएमसीएच के पीआइसीयू से 11 बच्चे को सामान्य शिशु वार्ड में शिफ्ट किया गया है. एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही ने बताया कि 11 बच्चे अभी पीआईसीयू में भर्ती है. छह बच्चे को वेंटिलेर पर रखा गया है. दूसरी ओर शनिवार को पटना से प्रधान सचिव के निर्देश पर सीएस डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह व अन्य अधिकारी अब तक चमकी बुखार से बचाव में किये गये कार्यो की रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. वही एसकेएमसीएच को भी पीआईसीयू शिफ्ट होने तक अब तक की बीमारी से बचाव को लेकर किये कार्यो की विधिवत रिपोर्ट जल्द भेजने को कहा गया है.