ओसाका. जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिक्स देशों के नेताओं ने अपने साझा बयान में कहा कि अवैध धन और वित्तीय प्रवाह समेत भ्रष्टाचार और विदेशी क्षेत्रों में अचेत धन अर्जित करना एक वैश्विक चुनौती है जो आर्थिक विकास और सतत विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
ब्रिक्स देशों की अनौपचारिक बैठक पर विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि सभी ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद की निंदा की और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के लिए जिम्मेदारी को दोहराया है. सभी देश इस पर सहमत नजर आए. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जापान के ओसाका में हैं. यहां आज प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, इस दौरान कई मुद्दों पर बात हुई. इसके बाद पीएम मोदी ने जापान-अमेरिका-भारत की बैठक में हिस्सा लिया. फिर ब्रिक्स देशों के साथ भी बात की है.
ब्रिक्स नेताओं के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों को उठाया. इस दौरान उनका जोर आतंकवाद पर भी रहा. फिर इसके बाद सऊजी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से द्विपक्षीय वार्ता कर व्यापार और निवेश, ऊर्जा सुरक्षा तथा आतकंवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की. इसके अलावा आज पीएम मोदी कई बड़े नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
इधर, द्विपक्षीय वार्ता के दौर के बाद अब सभी प्रमुख नेताओं की एक साथ बैठक हो रही है. इस बैठक में साझा कार्यक्रम पर बात होगी, तो वहीं एक घोषणापत्र भी जारी किया जाएगा.