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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया दुनिया को संदेश, इलनेस से बचाव के साथ वेलनेस पर हो फोकस
रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिर्फ सुविधाओं से जीवन आसान बनाना काफी नहीं है. दवाइयां और सर्जरी का ही समाधान पर्याप्त नहीं है. आज के बदलते हुए समय में इलनेस से बचाव के साथ-साथ वेलनेस पर हमारा अधिक फोकस होना जरूरी है. यही शक्ति हमें योग से मिलती है. यही भावना योग […]
रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिर्फ सुविधाओं से जीवन आसान बनाना काफी नहीं है. दवाइयां और सर्जरी का ही समाधान पर्याप्त नहीं है. आज के बदलते हुए समय में इलनेस से बचाव के साथ-साथ वेलनेस पर हमारा अधिक फोकस होना जरूरी है. यही शक्ति हमें योग से मिलती है. यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की भी है. योग सिर्फ तभी नहीं होता, जब हम आधा घंटा जमीन या मेज पर या दरी पर होते हैं.
योग अनुशासन है, समर्पण है. इसका पालन पूरे जीवनभर करना होता है. योग- आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी, गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद, सीमा के भेद, इन सबसे परे है. योग सबका है और सब योग के हैं. प्रधानमंत्री शुक्रवार को प्रभात तारा मैदान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
गली-कूचों से वेलनेस सेंटर तक अनुभव किया जा सकता है योग : प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच वर्षों में योग को हेल्थ और वेलनेस के साथ जोड़ कर सरकार ने इसे प्रीवेंटिव हेल्थ केयर का मजबूत स्तंभ बनाने का प्रयास किया है.
आज हम यह कह सकते हैं कि भारत में योग के प्रति जागरूकता हर कोने तक, हर वर्ग तक पहुंची है. आज योग ड्राइंग रूम से बोर्डरूम तक, शहरों के पार्क से लेकर स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स तक, गली-कूचों से वेलनेस सेंटर तक अनुभव किया जा सकता है.
योग से जुड़ी रिसर्च पर देना होगा जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग को दुनिया अपना रही है. तो हमें योग से जुड़ी रिसर्च पर भी जोर देना होगा. जैसे हमारे फोन का सॉफ्टवेयर लगातार अपडेट होता रहता है, वैसे ही हमें योग के बारे में जानकारी दुनिया को देते रहना है.
इसके लिए जरूरी है कि हम योग को किसी दायरे में बांध कर न रखें. योग को मेडिकल, साइकोथेरेपी, ऑर्टिफिसियल इंटेलिजेंस से भी जोड़ना होगा. इतना ही नहीं, हमें योग से जुड़ी प्राइवेट इंटरप्राजेज स्प्रिट को भी प्रोत्साहित करना पड़ेगा, तभी हम योग का विस्तार कर पायेंगे.
योग बने प्रिवेंसन ऑफ ट्रीटमेंट का हिस्सा
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय है- योग फॉर हार्ट केयर. यह आज पूरे विश्व के लिए एक चुनौती बन चुका है. भारत में बीते दो-ढाई दशकों में हार्ट से जुड़ी बीमारियों में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई है. दुखद बात यह है कि बहुत ही कम उम्र के युवाओं में भी हार्ट की समस्या अब बढ़ रही है. ऐसे में हार्ट केयर अवेयरनेस के साथ-साथ योग को भी प्रिवेंसन ऑफ ट्रीटमेंट का हिस्सा बनाना जरूरी है.
योग के प्रसार को और आगे बढ़ायें
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग आश्रमों से कहा कि योग के प्रसार को और आगे बढ़ायें. देवघर का रिखियापीठ, रांची का योगदा सत्संग मठ समेत अन्य संस्थान इस वर्ष हार्ट केयर अवेयरनेस को थीम बना कर कार्यक्रम का आयोजन करें. हमें योग को हर व्यक्ति के जीवन का हिस्सा व स्वभाव बनाने के लिए निरंतर काम करना है. इसके लिए योग से जुड़े साधकों, शिक्षकों और संगठनों की भूमिका बढ़ने वाली है.
6:10 बजे पीएम का काफिला प्रभात तारा के लिए रवाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला सुबह छह बज कर 10 मिनट पर राजभवन से निकला. प्रधानमंत्री श्री मोदी के साथ राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू भी प्रभात तारा मैदान पहुंचीं.
इससे पूर्व सुबह करीब 5 बज कर 35 मिनट पर मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी व डीजीपी कमल नयन चौबे भी पहुंचे. प्रधानमंत्री का काफिला निकलने से पांच मिनट पहले ट्रैफिक पूरी तरह से रोक दिया गया था. राजभवन से कांके रोड जाने वाले रूट में बैरिकेडिंग कर दी गयी थी. राजभवन से निकलते वक्त प्रधानमंत्री ने हाथ हिला कर लोगों का अभिवादन किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा
आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी, गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद से परे है योग
भारत में योग के प्रति जागरूकता हर कोने तक, हर वर्ग तक पहुंची है
योग को मेडिकल, साइकोथेरेपी, ऑर्टिफिसियल इंटेलिजेंस से भी जोड़ना होगा
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