तिसरी : नीमाडीह से माधोपुर तक बन रही सड़क का विवाद मंगलवार को बढ़ गया. दंडाधिकारी के साथ सड़क निर्माण शुरू करने पहुंचे संवेदक का कुछ ग्रामीणों ने विरोध कर दिया. पुलिस बल और ग्रामीणों के बीच तनातनी हो गयी. दंडाधिकारी ने ग्रामीणों पर पुलिस बल पर पथराव करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है.
दंडाधिकारी की ओर से तिसरी थाना में दर्ज प्राथमिकी में चार को नामजद और 20-25 अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है. तिसरी अंचल से प्रतिनियुक्त राजस्व कर्मचारी अमरजीत कुमार साहू ने आवेदन में सरकारी कार्य में बाधा डालने व सशस्त्र पुलिस बल पर पथराव करने की बात कही है.
कहा है कि पीएमजीएसवाइ के तहत नीमाडीह से माधोपुर तक पथ निर्माण कार्य शुरू किया जाना था, इसके लिए अंचलाधिकारी सुनील प्रकाश के आदेशानुसार उन्हें इस कार्य में सहयोग करने के लिए बतौर प्रभारी मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त किया गया. इस आदेश के आधार पर उन्होंने तिसरी थाना से सशस्त्र बलों को लिया और मंगलवार को नीमडीह पहुंच कर संवेदक से कार्य शुरू कराया.
इसी बीच कुछ स्थानीय ग्रामीण व महिलाओं ने कार्य में बाधा डाली. महिलाओं ने पुलिस बल व जेसीबी पर पथराव भी किया, जिससे पुलिस बल के जवानों को कुछ चोटें आयीं व जेसीबी का शीशा फूट गया. उन्होंने इस मामले में नीमाडीह निवासी लक्ष्मीनारायण यादव (पिता स्व इंदु यादव), मथुरा यादव (पिता हेमलाल यादव), संतोष यादव (पिता प्रयाग यादव), रामदेव यादव (पिता डोमन यादव) समेत 20-25 अज्ञात महिला-पुरुषों को अभियुक्त बनाया गया है.