भागलपुर : सुल्तानगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अमर बिश्वास को एक मामले में केस दर्ज नहीं करना और शिकायतकर्ता को दौड़ाना महंगा पड़ गया. अपने जवान बेटे की गुमशुदगी की शिकायत लेकर पहुंचे मंदरोजा निवासी कृष्ण प्रसाद को पहले एक सप्ताह तक दौड़ाया. फिर शिकायतकर्ता अपनी फरियाद और थानेदार के रवैये की शिकायत लेकर रेंज डीआइजी के पास पहुंचा. रेंज डीआइजी ने सुल्तानगंज थानाध्यक्ष को मामले में विधि सम्मत कार्रवाई के निर्देश भी दिये.
पर थानेदार के मनमानी का आलम यह था कि डीआइजी के दिये गये निर्देशों को भी दरकिनार कर उल्टा शिकायकर्ता को ही केस में फंसाने की धमकी देकर आरोपितों से सांठ गांठ कर शिकायकर्ता के ही विरुद्ध सनहा दर्ज कर दिया. मामला सोमवार को पुन: रेंज डीआइजी के पास पहुंचा. जहां डीआइजी ने थानाध्यक्ष की लापरवाही, वरीय अधिकारियाें के निर्देशों की अवहेलना, स्वेच्छाचारिता के आरोप में थानेदार को सस्पेंड कर दिया. सोमवार को जन संपर्क के दौरान कृष्ण प्रसाद साह ने विगत 25 मई 2019 को गुमशुदा पुत्र के अपहरण कर हत्या किये जाने की आशंका की शिकायत लेकर पुन: जन संपर्क के दौरान रेंज डीआइजी विकास वैभव के पास पहुंचे.