मधुबनी : भीषण गर्मी व इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी को देखते हुए सदर अस्पताल को हाई अलर्ट पर रखा गया है. वहीं गर्मी को देखते हुये मरीजों की सुविधा के लिये इमरजेंसी के दो वार्ड में एक-एक कूलर लगाया गया है. जिससे मरीजों को गर्मी से राहत मिल सके. वहीं चाइल्ड वार्ड जो पूर्ण वातानुकुलित है. […]
मधुबनी : भीषण गर्मी व इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी को देखते हुए सदर अस्पताल को हाई अलर्ट पर रखा गया है. वहीं गर्मी को देखते हुये मरीजों की सुविधा के लिये इमरजेंसी के दो वार्ड में एक-एक कूलर लगाया गया है. जिससे मरीजों को गर्मी से राहत मिल सके. वहीं चाइल्ड वार्ड जो पूर्ण वातानुकुलित है.
इंसेफ्लाइटिस एइएस कीट की व्यवस्था किया गया है. चाइल्ड वार्ड में सात बेड लगाया गया है. साथ ही एक ए ग्रेड को प्रतिनियुक्ति किया गया है. इसके अलावा इमरजेंसी वार्ड में लू, पायरलाइसिस सहित अन्य गंभीर मरीजों के लिये सात बेड लगाया गया है. जिसमें कूलर भी लगा दी गई है.
इसके अलावा महिला वार्ड, पुरूष वार्ड, सर्जिकल वार्ड में मरीजों को गर्मी से राहत के लिये 4-4 पंखा लगाया गया है. इसके बाद भी गर्मी से परेशान हैं. मरीज और परिजनों की सबसे बड़ी समस्या एसएनसीयू में भर्ती मरीजों के परिजन का है. जिसकों रहने के लिये कोई व्यवस्था नहीं है. भर्ती मरीज की मां तो कंगारू मदर केयर में रह लेते हैं. लेकिन परिजन इस गंभीर गर्मी में खुले आसमान के नीचेबैठने को मजबूर हैं एसएनसीयू के स्थापना के तीन वर्ष बाद भी मदर सेड का निर्माण स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं कराया गया.