विविधता में एकता भारत की पहचान, इस एकता को कायम रखने की आवश्यकता
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अनुशासन व समर्पण की भावना रखें युवा
विविधता में एकता भारत की पहचान, इस एकता को कायम रखने की आवश्यकता चुनौतियों को सामने रख दिया एकता का संदेश, मार्गदर्शन से उत्साहित दिखे एनसीसी कैडेट्स कोडरमा : विविधता में एकता भारत की पहचान रही है. मुगलों से लेकर अंग्रेजों के शासन पर इसी एकता के बल पर हमने विजय हासिल किया है. देश […]
चुनौतियों को सामने रख दिया एकता का संदेश, मार्गदर्शन से उत्साहित दिखे एनसीसी कैडेट्स
कोडरमा : विविधता में एकता भारत की पहचान रही है. मुगलों से लेकर अंग्रेजों के शासन पर इसी एकता के बल पर हमने विजय हासिल किया है. देश की आजादी में भी राष्ट्र ने अपनी एकता का परिचय दिया है. यही कारण है कि भारत की एकता की विश्व भर में मिसाल दी जाती है. आज इसी एकता को हमें कायम रखने की आवश्यकता है.
उक्त बातें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कही. राज्यपाल ग्रिजली विद्यालय तिलैया डैम में 12 दिन से चल रहे एनसीसी के एक भारत श्रेष्ठ भारत कैंप के समापन समारोह में शिरकत करने पहुंचीं थीं. राज्यपाल ने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में जाति, धर्म, पहनावा, रीति रिवाज सब अलग है, पर एकता ने हमें बांधे रखा है.
इस एकता के सूत्रधार सरदार वल्लभ भाई पटेल ने नींव को पक्का रखने की पहल की थी. अब विभिन्न राज्यों की संस्कृति को समझने, लोगों को आपस में मिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना का सृजन किया है. सभी राज्यों के बीच अच्छे संबंध स्थापित करने, संस्कृति को कायम रखने व एकता-अखंडता को बनाये रखने में इसका अहम योगदान रहेगा. साथ ही शिक्षा, पर्यटन के क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी. राज्यपाल ने कहा कि एनसीसी एक बृहत युवा संगठन है.
यह एकता, अनुशासन के साथ प्रेम की भावना भी सिखाता है. देश में आये हरेक विपदा के समय एनसीसी ने अपनी भागीदारी निभायी है. उन्होंने कहा कि आज युवाओं में अनुशासन व समर्पण जरूरी है. देश के विकास में युवाओं की अहम भागीदारी है. युवा अपनी ऊर्जा शक्ति व रचनात्मक भाव से सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं. राज्यपाल ने कहा कि आज देश के सामने कई चुनौतियां हैं. अशिक्षा, गरीबी, उग्रवाद, आतंकवाद जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए राष्ट्र को अच्छे युवा नेतृत्व की जरूरत है. राज्यपाल ने अपने संबोधन में जहां युवाओं को एकता कायम रखने का संदेश दिया, वहीं देश के सामने की चुनौतियों से भी अवगत कराया.
यही नहीं उन्होंने एनसीसी के कैडेटों को उनके कर्तव्य, दायित्व का बोध कराते हुए उस पर खरा उतरने की अपील की. अभिभाषण से एनसीसी के कैडेट्स भी उत्साहित दिखे. राज्यपाल ने कहा कि मुझे कहते हुए गर्व हो रहा है कि पूरे देश में स्कूल/कॉलेज के छात्र-छात्राओं में एकता व अनुशासन के साथ-साथ देश प्रेम की भावना, अच्छा चरित्र और सर्वांगीण विकास हो रहा है, जिससे राष्ट्रीयता एवं धर्मनिरपेक्षता बनी रहेगी.
युवा शक्ति को उनकी जिम्मेदारियों का एहसास कराते हुए राज्यपाल ने कहा कि युवाओं से देश को बहुत सारी अपेक्षाएं हैं. एनसीसी के गठन से युवाओं में एक नयी ऊर्जा विकसित हुई है. अधिक से अधिक युवा एनसीसी से जुड़ें. समारोह में एनसीसी के दो डायरेक्ट्रोट बिहार-झारखंड व तमिलनाडु, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार के करीब 600 कैडेट्स शामिल हुए. इससे पहले कैंप में कैडेटों को विभिन्न जानकारियां दी गईं उनके अंदर राष्ट्र सेवा की भावना को जागृत करने का प्रयास किया गया.
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