नयी दिल्ली : रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ‘ई टिकट’ और ‘तत्काल सेवा’ सुविधा के दुरुपयोग को रोकने के लिए देश भर में 205 शहरों से करीब 400 दलालों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा, उसने 22,253 टिकटें भी जब्त किये हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. इनमें से ज्यादातर लोग पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किये गये हैं.
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अधिकारी ने बताया कि आरपीएफ ने रेलवे के आईटी प्रकोष्ठ के साथ गुरुवार को ‘ऑपरेशन थंडर’ नाम का एक अभियान चलाया. उस दौरान संदिग्धों की पहचान की गयी और 338 स्थानों पर एक ही समय पर छापा मारा गया और इस तरह के छापे आगे भी जारी रह सकते हैं.
आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि रेलवे के लिए यह काफी व्यस्त समय है. उत्तर भारत में शादियों का मौसम रहने के चलते यात्रियों की संख्या अधिक है. हमें पता चला है कि असामाजिक तत्व हमारी सुविधाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं और कहीं अधिक कीमत पर टिकटें बेच रहे हैं. उन्होंने बताया कि आरपीएफ ने 36,91,580 रुपये के 22,253 टिकट जब्त किये हैं. इन टिकटों पर यात्रा की जानी थी.
कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में यह पता चला कि इन दलालों ने टिकटों की इस तरह की अवैध बिक्री कर 3,79,02,803 रूपये का कारोबार किया है. उन्होंने बताया कि कोलकाता से 51 दलाल गिरफ्तार किये गये. वहीं, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में इस तरह के 41 मामले मिले. कुमार ने बताया कि राजस्थान के कोटा से ‘एएनएमएस/रेड मिर्ची’ नाम का एक अवैध सॉफ्टवेयर जब्त किया किया गया. इसका इस्तेमाल आईआरसीटीसी की तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली को हैक करने में किया जाता था.
उन्होंने बताया कि ये टिकटें अक्सर जिन 387 यूजर आईडी से बुक की गयी थीं, उन्हें काली सूची में डाल दिया गया है और टिकटों को अमान्य कर दिया है. उन्होंने कहा कि हमने इन दलालों पर दबाव बढ़ाने के लिए इस तरह की छापेमारी जारी रखने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि मैं आम लोगों से दलालों के जरिये अवैध तरीके से टिकटों की बुकिंग नहीं कराने की अपील करता हूं.