नयी दिल्ली : कंपनियों में बढ़ती धोखाधड़ी की घटनाओं के बीच आज की तारीख में सनदी लेखाकारों (चार्टर्ड अकाउंटेंट) को सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि लेखापरीक्षण और लेखा मानक कड़े हुए हैं. कॉरपोरेट मामलों के सचिव इंजेती श्रीनिवास ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही. उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब आईएलएफएस के मामले समेत कई अन्य मामलों में लेखा परीक्षकों (ऑडिटरों) की भूमिका पर सवाल उठे हैं और कथित उल्लंघनों के चलते वह जांच के दायरे में हैं.
श्रीनिवास ने कहा कि जब एक के बाद एक कॉरपोरेट धोखाधड़ी सामने आया, तो हम चार्टर्ड अकाउंटेंट के पीछे भागे. मेरा मानना है कि आज के समय में सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना वे कर रह हैं. वे वैधानिक लेखापरीक्षक हैं. श्रीनिवास ने कहा कि क्यों उन्हें सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए लेखा मानक, लेखा परीक्षण मानक कड़े हुए हैं और अब राष्ट्रीय वित्तीय सूचना प्राधिकरण (नाफ्रा) भी आ चुका है. उन्होंने यह भी कहा कि इतनी परेशानियां क्रेडिट रेटिंग एजेंसी को पेश नहीं आ रही.
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