आनंद जायसवाल, दुमका
लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही राम मंदिर का मु्द्दा एक बार फिर चर्चा में है. सोमवार को रांची रवाना होने से पूर्व दुमका परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अयोध्या श्रीराम की जन्म स्थली है. श्रीराम केवल हिंदू के अराध्य देवता ही नहीं संस्कृति के प्रतीक हैं. उन्होंने राम राज्य की स्थापना की थी. मानव कल्याण की बात कही थी. वे आस्था व मानवता के प्रतीक है. इसलिए वहां राम मंदिर बनना ही चाहिए. इसमें मुस्लिम भाईयों से अपील है कि वे हठधर्मिता छोड़ें और राम मंदिर बनाने में सहयोग करें.
एक अन्य सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. जय श्रीराम बोलने पर पश्चिम बंगाल में लाठी चलवाया जाता है. माय, माटी और मानुष का नारा देने वाली वहां की पार्टी हिंसा करा रही है. पश्चिम बंगाल ही ऐसा प्रदेश रहा, जहां लोकसभा चुनाव के दौरान हर चरण में हिंसा होती रही. हिंसा वहां नहीं हुई होती, तो भाजपा को और भी अधिक सीटें वहां मिली होती.
उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जान की बाजी लगाकर हर चरण में चुनाव लड़ा और बेहतरीन प्रदर्शन किया है. लोकतंत्र की स्थापना के लिए वहां के कार्यकर्ता हर कुर्बानी देने को तैयार हैं. रघुवर ने कहा कि आनेवाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की ही सरकार पश्चिम बंगाल में बनेगी. इसे कोई रोक नहीं सकता.
तेजी से अंगड़ाई ले रहा संताल, विस चुनाव में मुद्रा मोचन पार्टी का होगा सूपड़ा साफ
सीएम ने कहा कि झारखंड में राज्य की जनता ने लोकसभा चुनाव में खानदान की राजनीति करने वालों को नकार दिया है. अमेठी की तरह दुमका की जनता ने भी इसका उदाहरण पेश किया है कि वे अब विकास की राजनीति चाहते हैं. झूठ, फरेब और दुष्प्रचार की राजनीति नहीं. कांग्रेस पतन की ओर है और यही हाल जेएमएम का भी है. दोनों ने हमेशा स्वार्थ के लिए, खानदान की राजनीति की. पर जनता ने ऐसे हम दो-हमारे दो वालों को धूल चटा दिया है.
रघुवर ने दुमका लोकसभा क्षेत्र सीट पर मिली जीत को बदलते राजनीतिक परिदृश्य का उदाहरण बताया और कहा कि यह अंगड़ाई विधानसभा चुनाव में और तेजी लेगी. जेएमएम मुक्त संताल परगना बनेगा. सभी 18 सीटें भाजपा के पास होगी और झारखंड मुद्रा मोचन पार्टी शून्य पर होगी. उन्हें एक भी सीट नहीं हासिल होगी. उनका सूपड़ा साफ हो जायेगा.
सीएम ने कहा कि जेएमएम और कांग्रेस ने कभी विकास नहीं किया. भाजपा को 2014 में जब से राज्य में जनादेश मिला और पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तब से अब तक साढ़े चार साल में जनता की अपेक्षा के अनुरुप विकास हुआ है. हालांकि इतना वक्त पिछड़ेपन को दूर करने के लिए काफी नही है. सवा तीन करोड़ जनता पर उनकी सरकार ने विश्वास जगाया है. उनके विश्वास और उम्मीद पर सरकार खरी उतर रही है.