राजधनवार : भीषण गर्मी के कारण नदी और तालाब के बाद अब कुएं और चापाकल भी जवाब देने लगे हैं. प्रखंड के नौलखा डैम का जलस्तर भी पिछले वर्ष से 5-7 फीट नीचे चला गया है. धनवार प्रखंड क्षेत्र की लाइफ लाइन मानी जाने वाली इरगा सूख गयी है. इसी नदी में बने कूप से धनवार बाजार में जलापूर्ति होती है.
जानकर बताते हैं कि 1967 के अकाल में जो दो चार गिने-चुने तालाब जो पूरी तरह नहीं सूखे थे, इस बार वे भी सूखने के कगार पर पहुंच गये हैं. मनुष्य सहित पशु पक्षियों को भी पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. धनवार बाजार की आबादी लगभग 15 हजार है जो पूरी तरह विभागीय जलापूर्ति पर आश्रित है, लेकिन बाजार के दीवानटोला, शिव मंदिर रोड, हरखी रोड आदि कई मुहल्लों में पाइप लाइन में तकनीकी गड़बड़ी, ब्रेकर व चाभी नहीं होने के कारण दो-तीन माह से जलापूर्ति ठप है. उपरैली धनवार के कई मुहल्लों में अबतक पाइप लाइन भी नहीं बिछायी गयी है. इन टोलों-मुहल्लों के लोग खरीदकर अथवा सुदूर क्षेत्रों से ढोकर पानी की व्यवस्था करने को विवश हैं.