डीआइजी एकेसी सिंह ने बल के कार्य व कर्मठता की प्रशंसा की
सेनानायक ने कहा, मानव तस्करी रोकनेमें विशेष उपलब्धि
सीतामढ़ी : इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तैनात सशस्त्र सीमा बल(एसएसबी) 51 वीं बटालियन ने गुरुवार को अपना सातवां स्थापना दिवस मनाया. इस अवसर पर नगर के औद्योगिक क्षेत्र स्थित मुख्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि क्षेत्रीय मुख्यालय मुजफ्फरपुर के डीआइजी एकेसी सिंह ने बल के कार्य व जवानों की कर्मठता पर प्रकाश डाला. वाहिनी के सेनानायक नवीन कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 23 मई 2012 को 51 वीं वाहिनी की स्थापना हुई थी.
तब से यह वाहिनी भारत-नेपाल सीमा पर भिट्टामोड़ से कन्हौली 64.029 किलोमीटर कार्यक्षेत्र में कार्यरत है. एसएसबी अपने ध्येय वाक्य, सेवा, सुरक्षा व बंधुत्व की भावना से कार्य करते हुए प्रचालन, प्रशासकीय एवं सीमावर्ती जनता के कल्याण के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है. प्रचालन के क्षेत्र में पिछले वर्ष मई 2018 से अप्रैल 2019 तक कुल 719 जब्ती केस किया गया है.
जिसमें 756 गिरफ्तारी सुनिश्चित किया गया है तथा 12 करोड़ 20 लाख 45 हजार 853.65 रुपये जब्ती राशि के रूप में है. जिसमें एक पिस्टल, एक देसी कट्टा, मादक पदार्थ की 20 जब्ती केस, 30 गिरफ्तारी व दो करोड़ 28 लाख छह हजार 250 रुपये की जब्ती राशि का कार्य उल्लेखनीय है. इस वाहिनी ने मानव तस्करी की रोकथाम में विशेष उपलब्धियां हासिल की है. जिसके अंतर्गत सीतामढ़ी जिला के सीमावर्ती क्षेत्र से व नेपाल के बाल श्रमिकों को भारत के विभिन्न क्षेत्र में बालश्रम के लिए लाया जाता था.
27 तस्करों से 59 बाल श्रमिकों को कराया मुक्त : वर्ष 2018 में सात मानव तस्करी के मामलों में 59 बाल श्रमिकों को 27 मानव तस्करों से मुक्त कराया है. इससे मानव तस्करी पर अंकुश लगा है. सेनानायक ने बताया कि इस वाहिनी में ‘राहत एवं बचाव दल’ गठित किया गया है, जिसने वर्ष 2017 में बाढ़ के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को राहत व सहायता प्रदान की है तथा अपने कार्य को बखूबी लगन से निभा रहा है.
उन्होंने जवानों से अपील की कि वे सीमावर्ती क्षेत्र के आम जनता के साथ मिलकर कार्य करें व इनके सहयोग के लिए सदा तत्पर रहे. मुख्य अतिथि श्री सिंह ने कल्चर प्रोग्राम में भाग लेनेवाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया. मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी मेडिकल डॉ निशिकांत, द्वितीय कमान अधिकारी राजेंद्र कुमार, उप सेनानायक सत्येंद्र कुमार, सहायक सेनानायक भोलानाथ यादव, अजय शर्मा समेत कई लोग मौजूद थे.