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अगले सत्र से शुरू होगा चार वर्षीय बीएड, इस सत्र में सिर्फ दो वर्षीय कोर्स ही होंगे

पटना : राज्य में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड में नामांकन के लिए अगले सत्र (2020) तक का इंतजार छात्रों को करना होगा. इस सत्र में सिर्फ दो वर्षीय कोर्स ही होंगे. क्योंकि इस वर्ष कॉलेज मान्यता के लिए आवेदन करेंगे. वर्तमान में सिर्फ सेंट्रल यूनिवर्सिटी में चार वर्षीय कोर्स चल रहे हैं. मान्यता लेने में […]

पटना : राज्य में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड में नामांकन के लिए अगले सत्र (2020) तक का इंतजार छात्रों को करना होगा. इस सत्र में सिर्फ दो वर्षीय कोर्स ही होंगे. क्योंकि इस वर्ष कॉलेज मान्यता के लिए आवेदन करेंगे. वर्तमान में सिर्फ सेंट्रल यूनिवर्सिटी में चार वर्षीय कोर्स चल रहे हैं.

मान्यता लेने में कम से कम छह महीने का समय लग सकता है. मान्यता के लिए कॉलेज को विवि से भी एप्रुवल लेना होगा. निजी कॉलेजों को भी अपने विवि से एनओसी लेना होगी. दो वर्षीय कोर्स चलते रहेंगे. अभी चार वर्षीय कोर्स अनिवार्य नहीं हैं. हालांकि आने वाले दिनों में इसकी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
शिक्षकों की संख्या व इन्फ्रास्ट्रक्चर को करना होगा बेहतर
जानकारों की माने तो शिक्षकों की संख्या व इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने के बाद ही कोई कॉलेज चार वर्षीय कोर्स शुरू कर सकते हैं. क्योंकि दो वर्षीय कोर्स में ही आठ से बढ़ाकर शिक्षकों की संख्या को 16 कर दिया गया था.
अब यह सीधे दोगुना हो जायेगा और 32 शिक्षक कम से कम चाहिए होंगे. वहीं चूंकि इंटीग्रेटेड कोर्स होगा तो बीए, बीएससी और बीकॉम में जिसके साथ भी यह कोर्स होगा उसके लिए लैब, लाइब्रेरी व शिक्षक अलग से चाहिए.
चल रहा है विचार-विमर्श, इस सत्र से संभव नहीं
चार वर्षीय कोर्स के लिए अभी यहां थोड़ी देरी होगी. हालांकि इस पर विचार विमर्श आदि चल रहे हैं. लेकिन इस सत्र से यह संभव नहीं है.
प्रो ललित कुमार, प्राचार्य, पटना ट्रेनिंग कॉलेज
प्राइवेट कॉलेजों को भी लेना होगा एनओसी
सरकारी कॉलेज विवि से स्वीकृति के बाद आवेदन करेंगे. प्राइवेट कॉलेज को भी विवि से एनओसी लेना होगा. इन्फ्रास्ट्रक्चर व शिक्षकों की संख्या को बेहतर करना होगा. अगले सत्र तक इंटीग्रेटेड कोर्स की स्थिति बन रही है.
डॉ ध्रुव कुमार, एचओडी, बीएड, नालंदा कॉलेज, बिहार शरीफ

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