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अकेलापन झेल रही शीला को विवान के करीब लाने का प्रयास

वंश बढ़ाने स्नेहाशीष गया कोलकाता, बच्चों को भी रखा है दूर शीला व विवान को आस-पास दिया जा रहा खाना, नाइट सेल्टर भी आस-पास सिलीगुड़ी : छह महीने से पत्नी शीला (बाघिन) पति वियोग झेल रही है. पति स्नेहाशीष (बाघ) परिवार बढ़ाने के लिए कोलकाता गया है. स्नेहाशीष व शीला के बच्चे भी बड़े हो […]

वंश बढ़ाने स्नेहाशीष गया कोलकाता, बच्चों को भी रखा है दूर

शीला व विवान को आस-पास दिया जा रहा खाना, नाइट सेल्टर भी आस-पास
सिलीगुड़ी : छह महीने से पत्नी शीला (बाघिन) पति वियोग झेल रही है. पति स्नेहाशीष (बाघ) परिवार बढ़ाने के लिए कोलकाता गया है. स्नेहाशीष व शीला के बच्चे भी बड़े हो गये हैं. उन्हें भी शीला से अलग रखा जा रहा है. शीला का अकेलापन दूर करने के लिए उसे विवान के करीब लाने का प्रयास किया जा रहा है.
बीते एक वर्ष में बंगाल सफारी पार्क के रॉयल बंगाल टाइगर के परिवार में काफी परिवर्तन आया है. बंगाल सफारी पार्क में ओडिशा के नन्दन कानन जूलॉजिकल पार्क से लाये गये स्नेहाशीष (बाघ) व शीला (बाघिन) ने तीन बच्चों को जन्म दिया था. जन्म के कुछ ही दिन बाद ईका की मौत हो गयी. बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन की निगरानी में रिका व कीका दो बच्चों के साथ रॉयल परिवार खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रहा था. वन विभाग के निर्देशानुसार छह महीना पहले स्नेहाशीष को कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाखाना में वंश बढ़ाने के लिए भेज दिया गया.
इधर, एक वर्ष पूरा करने के बाद रिका व कीका को भी शीला से अलग रखा जा रहा है. बच्चे व पति के बिछड़ने से शीला अकेली हो गयी है. पार्क सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक वर्ष बाद फिर से शीला प्रजनन को तैयार हो रही है. ऐसे में बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन शीला को उसका जोड़ा देने को प्रयासरत है.
बाहर से नर रॉयल बंगाल टाईगर लाने को पार्क प्रबंधन इच्छुक नहीं है. ऐसे में विवान को ही शीला के नजदीक लाने का प्रयास शुरू किया गया है. वर्ष 2017 के नवंबर महीने में पड़ोसी राज्य झारखंड के जमशेदपुर (टाटा) चिड़ियाखाना से नर रॉयल बंगाल टाईगर विवान को बंगाल सफारी पार्क में लाया गया था. उस समय विवान की उम्र महज साढ़े तीन वर्ष थी. इसलिए विवान को बाघिन से दूर रखा गया था. विवान को भी अब जोड़ी की आवश्यकता है. हांलाकि इतने दिनों में उसके लिए मादा रॉयल बंगाल टाईगर की व्यवस्था पार्क प्रबंधन ने नहीं की है.
अब शीला के अकेलेपन को दूर करने के लिए विवान को उसके करीब लाने की कोशिश पार्क प्रबंधन कर रहा है.
लेकिन दोनों का पास आना आसान नहीं है. पसंद नहीं आने पर दोनों के बीच संघर्ष होने की भी संभावना है. इसलिए दोनों को एकाएक एकसाथ नहीं रखा गया. बल्कि दोनों को एक दूसरे की गंध व गतिविधि भांपने के लिए आमने-सामने के इन्क्लोजर में लाया गया है. पार्क प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते एक महीने से शीला और विवान को करीब लाने का प्रयास शुरू किया गया है.
दोनों को रात में अलग-बगल के नाइट-सेल्टर में रखा गया है. आमने-सामने के इनक्लोजर में दोनों को एक साथ खाने की व्यवस्था की गयी है. ताकि दोनों के बीच नयनसुख व मेल-मिलाप बढ़े. बंगाल सफारी पार्क के निदेशक धर्मदेव राय ने बताया कि शीला प्रजननको तैयार है. एक महीने से शीला व विवान को करीब लाने का प्रयास शुरू किया है. इस प्रक्रिया में और दो महीने लगेंगे. सब कुछ ठीक रहने पर दोनों को अपना साथी मिल जायेगा.

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