बेंगलुरु : कांग्रेस-जनता दल सेकुलर (जेडीएस) के कुछ नेताओं के वाकयुद्ध में लगे रहने पर कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने दोनों दलों से सार्वजनिक रूप से कोई भी विवादस्पद बयान देने से बचने की नसीहत दी. उन्होंने ट्वीट किया कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं से मेरी ईमानदार अपील है कि वे सार्वजनिक रूप से कोई भी विवादास्पद बयान न दें.
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उन्होंने कहा कि 23 मई को लोग केंद्र में नयी धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील सरकार उभरकर सामने आते हुए देखेंगे. इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि जो दल गैर-भाजपा सरकार चाहते हैं, वे सभी एकता प्रदर्शित करें और नागरिकों को दिखाएं कि वे मिलकर काम कर सकते हैं और स्थिर सरकार दे सकते हैं.
चुनाव पूर्व समझौते के तहत सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दलों ने कर्नाटक की सभी 28 सीटों पर संयुक्त उम्मीदवार उतारा था. कांग्रेस ने 21 सीटों पर और जेडीएस ने सात सीटों पर उम्मीदवार उतारा था. राज्य में दो चरणों में 18 और 23 अप्रैल को मतदान हुआ था.
इस चुनाव में कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के सफाये संबंधी एक्जिट पोल के बारे में उन्होंने लिखा कि हमने सभी एक्जिट पोल 2019 देखे हैं. कर्नाटक के आंकड़े बता रहे हैं कि कांग्रेस जदएस का सफाया हो रहा है. यह सच्चाई से परे है.
उन्होंने कहा कि जो अनुमान लगाया गया है, हम उससे बहुत अच्छा प्रदर्शित करेंगे. 23 मई का इंतजार करें. गठबंधन के दोनों दलों के बीच वाकयुद्ध और कांग्रेस में सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठने के बाद शुरू हुआ था.