दानापुर : पा टलिपुत्र संसदीय सीट की दानापुर विधानसभा क्षेत्र में वोटरों ने चाचा-भतीजी (रामकृपाल यादव- मीसा भारती) की लड़ाई में लोकतंत्र की आस्था खूब बढ़ायी. महिला व पुरुष पहले वोट फिर कुछ काम की सोच के साथ बूथों पर सात बजे से पहले ही कतारबद्ध हो गये थे.
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दानापुर : चाचा व भतीजी की लड़ाई में वोटरों ने दिखाया उत्साह
दानापुर : पा टलिपुत्र संसदीय सीट की दानापुर विधानसभा क्षेत्र में वोटरों ने चाचा-भतीजी (रामकृपाल यादव- मीसा भारती) की लड़ाई में लोकतंत्र की आस्था खूब बढ़ायी. महिला व पुरुष पहले वोट फिर कुछ काम की सोच के साथ बूथों पर सात बजे से पहले ही कतारबद्ध हो गये थे. वहीं, कई बूथों पर मतदानकर्मियों पर […]
वहीं, कई बूथों पर मतदानकर्मियों पर स्लो वोटिंग का भी आरोप लगा. बूथ नंबर 78 पर जितेंद्र स्लो वोटिंग का आरोप लगाते हैं. 1390 वोटर वाले इस बूथ पर 24 मिनट देरी से मतदान शुरू हुआ था. आठ बजे तक मात्र 21 पुरुष व 19 महिला ही वोट कर सकी थीं.
बूथ नंबर 77 पर 1444 वोटरों में से मात्र 48 लोगों ने वोट किया. यहां दस मिनट देरी से वोटिंग शुरू हुई. बूथ नंबर 77 पर कतार में मीना देवी आराम से बैठी थीं. वह वोट करने के बाद ही चूल्हा जलायेंगी. वोट देकर निकले सेवक राम हार-जीत की बात पर 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में जाति के आंकड़े गिनाने लगते हैं . इसी आधार पर तर्क करते हैं.
पहली बार वोट कर रही प्रगति को आने वाली सरकार से बड़ी उम्मीद है. उनके लिए राष्ट्रवाद विकास के बाद ही चीज है. छावनी के सीइओ कार्यालय में बने बूथ नंबर 81 पर भी मतदान देरी से शुरू होने की शिकायत रही. यहां पर अधिकांश वोटर सैनिक और उनके परिवार के लोग हैं. 8:45 बजे यहां 1205 में से मात्र 124 वोट पड़े थे. दानापुर के दियारे में भी खूब मतदान हुआ.
नये वोटर पलट सकते हैं बाजी
दानापुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार 37,228 नये वोटर हैं. यह जिधर जायेंगे उसका ही पलड़ा भारी होगा. इस बार तीन लाख, 42,778 वोटर हैं. इनमें 1,81,129 पुरुष व 1,61,638 महिलाएं हैं. 2014 में कुल 305550 वोटरों में से मात्र 1 लाख, 58,168 ने वोट डाले थे. 872 लोगों ने नोटा इस्तेमाल किया किया था.
पाटलिपुत्र सीट पर कुल 20 उम्मीदवार थे. दानापुर विधानसभा क्षेत्र में रामकृपाल यादव 78,737 वोट पाकर पहले नंबर पर रहे थे. दूसरे नंबर पर मीसा भारती रही थी. उनको 54,973 वोट मिले थे. जेडीयू के रंजन प्रसाद को 11,418 वोट से ही संतोष करना पड़ा था. इस बार जेडीयू रामकृपाल यादव की ताकत बनी हुई है.
लालू यादव दिलवा रहे थे रामकृपाल को वोट
दियारे के एक बूथ पर लालू यादव रामकृपाल को वोट डलवा रहे थे. हरसानचक स्थित बूथ नंबर 28 पर केवल दो ही उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट थे. रामकृपाल यादव के पोलिंग एजेंट का नाम लालू यादव था.
जबकि, चंदन मीसा भारती के एजेंट बने थे. दोपहर तक यहां महिलाओं ने अधिक वोट किया था. दानापुर विधानसभा का आखिरी बूथ दियारे के शंकरपुर गांव में था. बूथ नंबर एक पर 1 बजे तक 829 वोटरों में से 301 ने मतदान किया था. इसमें 145 महिलाएं थीं.
छावनी से लेकर बट की छांव तक मेला
दानापुर छावनी क्षेत्र से लेकर गंगा के उस पार गूलर-बट वृक्ष की छांव तक पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र का चुनाव मेला और मुद्दों का उत्सव बन गया. लोग अपने- अपने मुद्दों को लेकर तर्क गढ़ रहे थे. जीत-हार के अनुमान लगा रहे थे. बूथ पर अपनी बारी आते ही इवीएम की आवाज सुनने के बाद फिर किसी की नहीं सुन रहे थे. पसीना पोंछते हुए सीधे मंजिल की ओर बढ़ रहे थे.
लोकसभा चुनाव की इस यात्रा का सबसे रोमांचकारी जगह पुरानी पानापुर पश्चिमी टोला पर बने बूथ. चुनावी फिजा लोकतंत्र के स्वर्ग का एहसास करा रही थी. यहां क्या नहीं था. कोई धूल में दबी सड़क पर चलकर वोट करने आ रहा था तो कोई पीपा पुल को लांघकर वोट देने आया था. बूथ नंबर 44-45 को टेंट तानकर बनाया गया था. यहां के वोटर भी ऐसे अनूठे थे कि नंगे पैर गरम रेत में झुलस रहे थे, लेकिन बाकी शरीर को वह छाता से छाया दे रहे थे.
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