अभिनेता अर्जुन कपूर की फिल्म ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड’ जल्द ही रिलीज होने वाली है. फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुका है जिसे बेहद पसंद किया जा रहा है. अर्जुन कहते हैं कि यह फिल्म अनसंग हीरोज की कहानी है. रियल लोगों की कहानी से प्रभावित इस फिल्म का ट्रीटमेंट भी बहुत रियलिस्टिक है. पेश है अर्जुन कपूर की उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश.
फिल्म ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड’ में आपको क्या खास लगा?
ये कहानी जब मैंने पढ़ी थी तब मुझे पता ही नहीं था कि ऐसा भी कुछ हुआ था. हां सीरियल ब्लास्ट के बारे में जरूर सुना था, लेकिन ये पता नहीं था कि किसने ये सीरियल ब्लास्ट करवाया था. कैसे वो आदमी पकड़ा गया. अभी वो जेल में है और हम उसे बिरयानी खिला रहे हैं. 400 हिंदुस्तानी की जान ली थी उस आदमी ने. कैसे आईबी के लोगों ने जान पर खेलकर उसे पकड़ा था. मुझे लगता है कि ये कहानी तो बोली ही जानी चाहिए. ये अनसंग हीरोज की कहानी है. जो ऐसे आतंकी को पकड़ने के लिए कई बार खुद के पैसे भी लगाकर मिशन पर चला जाता है. इसके लिए किसी फंड का इंतजार नहीं करता.
आईबी ऑफिसर्स के किरदार के लिए क्या होमवर्क रहा?
जब मैं राज सर से मिला तो उन्होंने मुझे कहा कि तू ये फिल्म हीरो की तरह मत करना. हमारे आइबी आॅफिसर जेम्स बॉन्ड की तरह नहीं आते हैं. आम आदमी की तरह होते हैं. उनकी खासियत होती है कि वे कहीं भी घुल-मिल जाते हैं. लगते ही नहीं कि इंटेलिजेंस ऑफिसर हैं. ये बात पहले मैंने अपने जेहन में लाया फिर राज सर के जरिये अलग-अलग कई आॅफिसर्स से मिला तो बारीकियां समझ आयी.
रियल लोकेशंस पर फिल्म की शूटिंग हुई थी, पटना में शूटिंग का अनुभव कैसा रहा?
जब मैनें स्क्रिप्ट पढ़ी तो उसमें गोलघर का जिक्र था. राज सर ने मुझसे पूछा कि तू पटना चलेगा शूट पर? मैंने हां कह दिया. उन्होंने कहा कि वहां सिक्योरिटी की थोड़ी परेशानी हो सकती है. मैंने कहा कि नहीं, ऐसा नहीं हैं. मैं अपनी फिल्मों की मार्केटिंग के लिए पहले भी पटना जा चुका हूं. मुझे तो वहां अच्छा लगता है. वहां के लोग बहुत प्यारे हैं. पटना का गोलघर काफी फेमस है. ऐसे में मैंने वहां शूटिंग के लिए तुरंत हामी भर दी. अगर फिल्मसिटी में गोलघर बनाकर शूट करता तो पटना के लोग जब फिल्म देखते तो उन्हें तुरंत समझ में आ जाता कि ये तो नकली है. आपको बता दें कि इस फिल्म की शुरुआत ही पटना से होती है. मैं वहां सात दिनों तक था. वहां गोलघर के अलावा गंगा घाट पर भी शूटिंग हुई. दो-तीन घरों में भी हुई. वहां मैंने कार भी चलायी, पर ये बात किसी को पता भी नहीं चली. पूरे दिन हमने ओमनी कार में शूटिंग की.
आपकी पिछली कुछ फिल्में नहीं चली? इसकी वजह.
हां! मुझे पता है कि मेरी फिल्म ‘नमस्ते इंग्लैंड’ नहीं चली थी, लेकिन ‘मुबारका’ मेरे लिए अच्छी साबित हुई. ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ ने भी अच्छी कमाई की थी. निर्माता ने पैसे बनाये थे. हर फिल्म 100 करोड़ नहीं हो सकती न. विराट भी हर बॉल पर सिक्स नहीं मारता. मेरी निजी जिंदगी में मैंने इतने उतार-चढ़ाव देखे हैं कि शुक्रवार मुझे डराते नहीं कि अगर ये फिल्म नहीं चली तो मेरा करियर खत्म है. ये सब मैं नहीं सोचता. मुझे अपने पर भरोसा है.
क्या आपको सफलता-असफलता से कोई फर्क नहीं पड़ता?
फर्क नहीं पड़ता तो मैं एक्टर नहीं होता, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मैं डिप्रेश हो जाऊं कि अब मेरे करियर का क्या होगा. बॉक्स आॅफिस का शुक्रवार मेरी जिंदगी को परिभाषित नहीं कर सकती. मैं सफल हूं. अपनी तरह से. मैं अपने लिए काम करता हूं. मैं किसी पर अपनी जरुरतों और ख्वाहिशों के लिए निर्भर नहीं हूं.
क्या आप अपनी फिल्मों के लिए अपने पापा और चाचा से सलाह लेते हैं?
नहीं! मैं अपनी फिल्मों के चयन के लिए पापा या चाचा से सलाह नहीं लेता हूं. अगर मुझे फिल्म पसंद आयी है तो करता हूं. खुद पर विश्वास करना जरूरी है इसलिए मैं खुद फैसले लेता हूं.
आपकी शादी की खबरें लगातार आ रही हैं?
मैंने अपनी जिंदगी में कभी कुछ छिपाया नहीं है तो शादी को कैसे छिपा सकता हूं. मैं जब शादी करूंगा तो सभी को बताऊंगा. मैं इतना ही कहूंगा कि अपनी निजी जिंदगी में मैं बहुत हैप्पी स्पेस में हूं. इसके लिए भगवान का शुक्रगुजार हूं.
‘संदीप और विक्की फरार’ की रिलीज में वक्त क्यों लग रहा है?
मार्च में ही हम फिल्म की रिलीज की घोषणा करने वाले थे. उसी बीच लुकाछिपी का ट्रेलर आ गया और सोनचिरैया भी आ गयी. अब चूंकि इन फिल्मों का ट्रेलर आ गया था तो ये तो रिलीज होकर ही रहेंगी . बदला एक सप्ताह बाद रिलीज होने वाली थी. उसके बाद कैप्टन मार्वल की फिल्में. आदि सर ने कहा कि हमारी फिल्म का ट्रेलर नहीं आया है न ही फिल्म का कहीं फोटो आया है, हम थोड़ा और इंतजार कर लेते हैं. हालांकि फिल्म अब 24 मई को रिलीज हो रही है.