नयी दिल्ली : अंतिम चरण के चुनाव प्रचार समाप्त होने के कुछ मिनट पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार प्रेस के सामने आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाया. साथ ही राहुल ने चुनाव आयोग पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री रिजल्ट आने से चार-पांच दिन पहले प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं. पिछले पांच सालों में उन्होंने एक बार भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया.
चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग की भूमिका इस चुनाव में पक्षपातपूर्ण रही है. मोदी जी जो भी कहना चाहते हैं कह सकते हैं जबकि हमें एक भी बात कहने से रोका जाता है. ऐसा लगता है कि चुनाव कार्यक्रम मोदी जी के चुनाव प्रचार के लिए बनाया गया था. भाजपा और नरेंद्र मोदी के पास बहुत पैसा है जबकि हमारे पास केवल सच्चाई है.
राहुल ने चुनाव में मेहनत करने वाले पार्टी कार्यकर्त्ताओं को धन्यवाद दी. उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्त्ताओं और मतदाताओं को बहुत-बहुत धन्यवाद. जनता के फैसले का आदर करूंगा. जनता जो भी फैसला करेगी, उसके आधार पर ही हम फैसला करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से कुछ सवाल पूछना चाहता हूं. प्रधानमंत्री ने राफेल मुद्दे पर मुझसे बहस क्यों नहीं की. उन्होंने वायु सेना का पैसा अनिल अंबानी को क्यों दिया.
राहुल ने कहा कि इस चुनाव के मुख्य मुद्दे महंगाई, किसानों की हालत, नोटबंदी और राफेल हैं. उन्होंने मीडिया से भी शिकायत की कि मेरे से न्याय योजना और राजनीतिक सवाल पूछे जाते हैं. जबकि मोदी जी से कुर्ते पर सवाल पूछते हैं. राहुल ने कहा कि मैंने नरेंद्र मोदी के माता-पिता के बारे में कभी भी कोई कमेंट नहीं किया. उसके बाद भी नरेंद्र मोदी मेरे माता-पिता के बारे में जो बोलना चाहते हैं, बोल सकते हैं. मैनें यह उनके विवेक के उपर छोड़ दिया है.