जोहानिसबर्ग : महिला एथलीटों को टेस्टोस्टेरोन का स्तर नियंत्रित करने के लिए बाध्य करने के नये नियम को चुनौती देने के मामले में ओलंपिक चैंपियन कास्टर सेमेन्या के खिलाफ आए फैसले को लेकर दक्षिण अफ्रीका ने सोमवार को कहा कि वे इस संदर्भ में आगे अपील करेंगे.
सेमेन्या के मामले ने दुनिया भर के खेल जगत में ‘हाइपरएंड्रोजैनिक’ खिलाड़ियों को लेकर तीखी बहस शुरू कर दी है. हाइपरएंड्रोजैनिक वे लोग होते हैं जिनका लैंगिक विकास सामान्य लोगों से भिन्न होता है. स्विट्जरलैंड के लुसाने स्थित खेल पंचाट (कैस) के एक मई के फैसले का मतलब है कि अगर कुछ निश्चित स्पर्धाओं में अधिक टेस्टोस्टेरोन के स्तर वाली महिला एथलीटों को हिस्सा लेना है तो उन्हें महिला के रूप में स्पर्धा में हिस्सा लेने के लिए टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने का उपचार कराना होगा.
दक्षिण अफ्रीका के खेल मंत्रालय के प्रवक्ता वुयो महागा ने कहा, जितना जल्दी संभव हो हम अपील करेंगे. उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि जो वैज्ञानिक सूचना मुहैया कराई गई उसकी पूरी तरह से अनदेखी की गई.
महागा ने कहा कि स्विट्जरलैंड संघीय पंचाल में होने वाली यह अपील इस आधार पर होगी कि इसी तरह के मामलों में न्यायाधीशों के पिछले रिकार्ड को लेकर शिकायत हैं, इस फैसले को कैसे लागू किया जाए और साक्ष्यों का उपयोग कैसे किया गया इसे लेकर स्पष्टता नहीं है.