कोलकाता : चर्च ऑफ नार्थ इंडिया (CNI) द्वारा संचालित कोलकाता के नामचीन स्कूल सेंट जेम्स में पुराने प्रधानाध्यापक आयरलैंड की जगह नयी प्रधानाध्यापिका पी पिकॉक ने शपथ ली. लेकिन, आयरलैंड ने विदाई लेने से इन्कार कर दिया. इससे बेहद असहज स्थिति उत्पन्न हो गयी. अभिभावकों ने आयरलैंड को हटाकर उनकी जगह हेला पिकॉक को प्रिंसिपल नियुक्त करने पर आपत्ति जतायी. स्कूल के पूर्व छात्रों ने भी इसका विरोध किया.
बिशप प्रबालकांति दत्ता ने नयी प्रिंसिपल पिकॉक को स्कूल परिसर के सभागार में शपथ दिलायी. इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षकाओं के साथ कोलकाता डॉयस के सभी लोग व बोर्ड के सदस्य मौजूद थे. धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ. नयी प्रिंसिपल को शपथ दिलाने के बाद बिशप प्रबालकांति दत्ता ने पुराने प्राचार्य आयरलैंड को बुलाया, विदाई और उपहार लेने के लिए, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इन्कार कर दिया.
एक ओर सभागार में यह आयोजन हो रहा था, दूसरी तरफ स्कूल परिसर में स्कूल व चर्च ऑफ नार्थ इंडिया एवं प्रिंसिपल को इस तरह से हटाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा था. अभिभावकों और विद्यालय के पूर्व छात्रों की संस्था सेंट जेम्स एल्यूमिनी ने बिशप के इस कदम का विरोध जताया. इनका कहना था कि पश्चिम बंगाल में शिक्षकों की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल है. ऐसे में पी पिकॉक की नियुक्ति राज्य सरकार के कानून का उल्लंघन है.
इस बाबत इन लोगों ने बिशप हाउस में एक पत्र सौंपा है, जिसमें प्रिंसिपल बदलने के फैसले को वापस लेने की मांग की गयी है. इस पत्र पर अभिभावकों ने भी हस्ताक्षर किये हैं. हालांकि, अपने संबोधन में बिशप प्रबालकांति दत्ता ने कहा कि समाज की उन्नति के लिए सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए. नकारात्क विचार हम पर हावी न हों, इस पर खास ध्यान देना चाहिए. सेंट जेम्स स्कूल के विकास में अब तक आयरलैंड के सहयोग की उन्होंने जमकर तारीफ की. कहा कि आयरलैंड का सहयोग आगे भी मिलता रहेगा.