औरंगाबाद : जिले का जम्होर थाना परिसर उससमय अखाड़ा बन गया, जब थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार, दारोगा राम अवतार पांडेय और राजनंदन यादव आपस में ही भिड़ गये. सूचना मिलने पर मौके पर वरीय अधिकारी पहुंचे और मामले की जांच की. वहीं, एसपी ने थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर करते हुए दोनों दारोगा को निलंबित कर दिया है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि दारोगा राम अवतार पांडेय थाना परिसर में टहल रहे थे, तभी थानाध्यक्ष ने एक आरोपित को पकड़ने के लिए दबाव बनाया. दारोगा ने कहा कि तीन बार उसके घर पर छापेमारी करने के लिए गये, लेकिन वह फरार है. इसी बात पर थानाध्यक्ष आवेश में आ गये और सरकारी पिस्टल निकाल कर बट से वार कर दिया. साथ ही अभद्र व्यवहार करने लगे. दारोगा ने जब इसका विरोध किया, तो गर्दन में हाथ लगा कर मारपीट की. दोनों के बीच काफी देर तक हाथापाई और मारपीट होती रही. दोनों ओर से लात-घूसे चलने लगे. दोनों को झगड़ते देख दारोगा राजनंदन यादव पहुंचे और दोनों को छुड़ाने का प्रयास किया. लेकिन, थानाध्यक्ष ने उन पर भी हाथ चला दिया. इसके बाद तीनों आपस में भिड़ गये.
घटना की सूचना वरीय पदाधिकारी को मिलने पर सर्किल इंस्पेक्टर रवि भूषण वरीय पदाधिकारी जम्होर थाना पहुंचे और पूरे मामले की जांच की. इधर, इलाज के लिए राम अवतार पांडेय को जम्होर पीएचसी लाया गया, जहां चिकित्सकों ने स्थिति गंभीर देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया. वहीं, एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया है. दारोगा राम अवतार पांडेय और राजनंदन यादव को निलंबित किया गया है. एसपी ने बताया कि फिलहाल जम्होर थाने में थानाध्यक्ष के पद पर समीद अहमद को भेजा गया है. मार्गदर्शन के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया है. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.