जयपुर : राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी थाना क्षेत्र में पति के सामने एक महिला के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपियों में से मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. इस संबंध में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अलवर ग्रामीण के पुलिस उपाधीक्षक जगमोहन शर्मा ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता ने गुरुवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया.
सामूहिक दुष्कर्म में शामिल मुख्य आरोपी छोटे लाल गुर्जर अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. अधिकारी ने बताया, ‘मामले में लिप्त पांचवें आरोपी हंसराज गुर्जर को बुधवार की रात मथुरा से गिरफ्तार कर लिया गया.’ पुलिस ने बताया, ‘सामूहिक दुष्कर्म मामले में लिप्त पांच आरोपियों इंद्रराज गुर्जर, अशोक गुर्जर, महेश गुर्जर, हंसराज गुर्जर को पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने और मुकेश गुर्जर को घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि घटना का मुख्य आरोपी छोटे लाल अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है.’
इस सामूहिक दुष्कर्म मामले की समाज के सभी वर्गों ने कड़ी निंदा की है. विपक्षी भाजपा ने सरकार पर लोकसभा चुनाव के चलते मामले को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. अलवर, अजमेर, सवाईमाधोपुर और चुरू सहित राज्य भर में कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को प्रदर्शन हुए. भाजपा नेता बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट सर्किल पर विरोध प्रदर्शन करने के बाद एक ज्ञापन देने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, हालांकि कलेक्टर उस वक्त वहां मौजूद नहीं थे.
भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने बताया, ‘हमने पहले ही जिला कलेक्टर से लिखित में ज्ञापन देने का समय और स्वीकृति ले ली थी, लेकिन वह सीट पर उपलब्ध नहीं थे. यह गंभीर मामला है. लोग जानना चाहते हैं कि राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान किसने इस मामले को दबाने के निर्देश दिेये.’
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कहा, ‘यह वीभत्स अपराध है और राज्य सरकार पर कलंक है. मामले में समय पर कार्रवाई क्यों नहीं की गयी. लोकसभा चुनाव में नुकसान को देखते हुए सरकार ने इस मामले को दबाने की कोशिश की है. जिन कांग्रेसी नेताओं ने मामले को दबाने के निर्देश दिये हैं, वे भी अपराधी हैं.’ 26 अप्रैल को आरोपियों ने थानागाजी-अलवर रोड पर मोटरसाइकिल से जा रहे दंपति को रोका और पति की पिटाई कर दी.
उन्होंने पति के सामने ही महिला से कथित तौर पर दुष्कर्म किया. एक आरोपी ने उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. आरोपियों ने पीड़िता के पति को धन नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी. इस संबंध में दो मई को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. पुलिस ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों में से एक आरोपी मुकेश ने घटना का वीडियो बनाया था.