लखनऊ: लोकसभा चुनाव-2019 के पांचवेंचरण के लिए मतदान शुरू हो चुका है. बिहार और झारखंड सहित देश के सात राज्यों के 51 सीटों पर इस चरण में मतदान हो रहा है. इन सात राज्यों में सबसे ज्यादा यूपी के 14 सीटों पर मतदान हो रहा है. पूरे देश की निगाहें इस राज्य पर है. पांचवें चरण के चुनाव पर सबकी निगाहें इसलिए हैं क्योंकि इसमें दिग्गज नेताओं का सियासी भविष्य तय होगा. पांचवें चरण में यहां तराई, अवध व बुंदेलखंड क्षेत्र की 14 सीट पर 181 उम्मीदवार खड़े हुए हैं.
इनमें लखनऊ, अमेठी, रायबरेली, सीतापुर, धौरहरा, मोहनलालगंज, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, केसरगंज, फैजाबाद, बहराइच और गोंडा सीट शामिल हैं. भाजपा के लिए यह चरण बेहद अहम है, जिसने 2014 में यूपी की 14 सीटों में से 12 पर झंडा फहराया था. ठीक इसी तरह चुनाव का पांचवां चरण कांग्रेस के लिए भी काफी अहम है. 2009 के चुनाव में कांग्रेस ने इन 14 सीटों में से सात सीटों पर कब्जा जमाया था. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस के जितिन प्रसाद, निर्मल खत्री और तनुज पूनिया की किस्मत का फैसला भी छठे चरण में होगा.
पांचवें चरण के मतदान में राजनाथ सिंह (लखनऊ), सोनिया गांधी (रायबरेली), राहुल गांधी (अमेठी), स्मृति ईरानी (अमेठी), साध्वी निरंजन ज्योति,जितिन प्रसाद जैसे दिग्गजों का सियासी भविष्य तय होगा. झारखंड में रांची से सुबोधकांत सहाय और हजारीबाग से जयंत सिन्हा की किस्मत का भी फैसला इस चरण में हो जाएगा.
हर सीट पर कड़ी टक्कर
अमेठीः यहां सबसे दिलचस्प मुकाबला होगा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से कड़ी टक्कर मिल रही है। इस सीट पर भी सपा-बसपा गठबंधन ने कांग्रेस के समर्थन में अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है. रायबरेलीः यह सीट गांधी परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती रही है. यहां बड़े उलटफेर की उम्मीद कम है. सोनिया गांधी पांचवीं बार मैदान में हैं.सपा-बसपा गठबंधन ने कांग्रेस को वाकओवर दिया है. प्रत्याशी नहीं उतारा है. भाजपा की तरफ से कांग्रेस के बागी एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह टक्कर में है.
लखनऊः यहां भाजपा से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह फिर मैदान में हैं. उनको टक्कर देने भाजपा के बागी एवं फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा सपा-बसपा गठबंधन से उतरी हैं.कांग्रेस ने बहुचर्चित आचार्य प्रमोद कृष्णम को टिकट दिया है.
धौरहराः यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद की राह आसान नहीं दिखती. सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी अरशद अहमद सिद्दीकी व भाजपा की रेखा वर्मा से मुकाबले में उलझे कांग्रेस के जितिन प्रसाद को गत चुनाव में रेखा वर्मा शिकस्त दे चुकी हैं.
फैजाबादः राम जन्मभूमि के कारण महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली इस सीट पर भाजपा ने सांसद लल्लू सिंह को फिर आगे किया है जबकि गठबंधन से सपा के आनंदसेन यादव मैदान में है. कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व सांसद डा.निर्मल खत्री को वर्ष 2009 का इतिहास दोहराने की उम्मीद है.
सीतापुरः .यहां सपा-बसपा गठबंधन से बसपा प्रत्याशी नकुल दुबे व भाजपा के राजेश वर्मा अलावा कांग्रेस की केसरजहां मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटे हैं.
मोहनलालगंजः यहां भाजपा के सांसद कौशल किशोर को सपा बसपा गठबंधन के उम्मीदवार सीएल वर्मा और कांग्रेस प्रत्याशी आरके चौधरी से कड़ी टक्कर मिल रही है.
कैसरगंजः भाजपा सांसद बृजभूषणशरण सिंह फिर से मैदान में हैं, यहां सपा-बसपा गठबंधन से बसपा के चंद्रदेव राम यादव एवं कांग्रेस के विनय कुमार पांडेय मैदान में हैं.
बांदाः यहां भाजपा के बागी और इलाहाबाद से सांसद रहे श्यामाचरण गुप्ता अब गठबंधन उम्मीदवार हैं. भाजपा ने यहां के सांसद भैरो प्रसाद मिश्र को बदलकर आरके पटेल को आजमाया है. कांग्रेस ने बाल कुमार पटेल को मैदान में उतारा है.
फतेहपुरः केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की मुश्किलें गठबंधन के उम्मीदवार सुखदेव प्रसाद के साथ कांग्रेस के राकेश सचान भी बढ़ा रहे हैं.
कौशांबीः इस सीट पर भाजपा के विनोद सोनकर को गठबंधन उम्मीदवार इंद्रजीत सरोज व कांग्रेस के गिरीश पासी के अलावा रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया की पार्टी से प्रत्याशी शैलेंद्र चतुष्कोणीय लड़ाई में फंसाने की कोशिश में हैं.
बहराइचः यहां से मौजूदा सांसद व भाजपा की बागी सावित्री बाई फुले कांग्रेस की प्रत्याशी हैं. भाजपा ने उनको रोकने के लिए अक्षयवर लाल गौड़ व गठबंधन ने सपा उम्मीदवार शब्बीर वाल्मीकि को उतारा है.
गोंडाः भाजपा के सांसद कीर्तिवर्धन का मुकाबला गठबंधन से सपा उम्मीदवार विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह से है. कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल मैदान में हैं.