भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने मसूद अजहर को भी चुनावी मुद्दा बना दिया. कांग्रेस हर चीज को चुनाव के चश्में से देखती है. महामिलावटी कह रहे हैं कि देश में चुनाव था इसलिए मोदी ने मसूद अजहर पर बैन लगवा दिया. तीन दिन पहले दुनिया की सबसे बड़ी संस्था ने भारत में सैंकड़ों लोगों की जान लेने वाले गुनहगार आतंकी मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया. ये भारत की बढ़ती ताकत का असर है लेकिन महामिलावटी कह रहे हैं कि देश में चुनाव था इसलिए मोदी ने मसूद अजहर पर बैन लगवा दिया.
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में आपके दिए एक वोट ने भारत को उस ऊंचाई पर पहुंचाने में बहुत बड़ी मदद की है. भदोही की साख कालीन से है, यहां का हर कालीन व्यापारी साख का मतलब क्या होता है इसको भली भांति समझता है. उन्होंने कहा कि याद करिये हजारों करोड़ के घोटाले, भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े बड़े आंदोलन. सत्ता के गलियारों में केवल बिचौलियों और दलालों का ही राज चलता था. हर तरफ बेईमानी, भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद की चर्चा रहती थी. आपके इस चौकीदार ने सबकुछ बंद कर दिया है.
पीएम मोदी ने कहा कि जब साख अच्छी होती है तो बहुत कुछ आसान हो जाता है. व्यापार, कमाई, एक्सपोर्ट सब कुछ हर बात पर साख का असर पड़ता है. जब सिर्फ अपना और अपने परिवार का नहीं बल्कि देश का विकास करने की इच्छाशक्ति के साथ सरकारें चलायी जाती है, तो इसी तरह का परिवर्तन आता है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में आजदी के बाद 4 तरह के राजनीतिक कल्चर चलें – पहला – नामपंथी, दूसरा – वामपंथी, तीसरा- दाम और दमनपंथी और चौथा है जो हम लाये हैं – विकासपंथी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि नामपंथी – जो सिर्फ अपने वंशवादी नेता का नाम जपे. वामपंथी – जो विदेशी विचारधारा को भारत पर थोपने की कोशिश करे. म-दमन पंथी -जो धन और बाहुबल की ताकत पर सत्ता पर कब्जा करे. हमारा कल्चर है विकास पंथी- जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ देश के लोगों का विकास ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है, जिसके लिए दल से भी बड़ा देश है. उन्होंने कहा कि अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता हूं तो मेरे गरीब भाईयों के हक के लिए लड़ता हूं. अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता हूं तो मैं देश के ईमानदारों के लिए एक दीवार बनकर उनकी मदद के लिए लड़ता हूं.
उन्होंने आगे कहा कि सपा -बसपा और कांग्रेस ने हमेशा लोगों को आपस में जात-पात और पंथ के नाम पर भिड़ाकर सिर्फ अपना और अपने परिवार का विकास किया है. इन पार्टियों के बड़े नेताओं की कुछ दशक पहले तक क्या हालत थी और आज वो कैसी आलिशान जिंदगी जी रहे हैं ये भी देखते रहिये. मैं लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहकर आया हूं और गुजरात जैसे समृद्ध राज्य का मुख्यमंत्री रहकर आया हूं. पिछले 5 साल से आपने प्रधान सेवक के रूप में काम दिया है. इस व्यक्ति के ऊपर एक दाग लगा है क्या? कहीं कोई संपत्ति का पता चला है क्या? देश को इसके सिवा और क्या चाहिए. इन महामिलावटी लोगों ने सत्ता को हमेशा अपनी दौलत बढ़ाने का जरिया माना है. जबकि हमारे लिए सत्ता, देश के लोगों की सेवा का माध्यम रही है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब इन्हें सत्ता मिलती है, ये उत्तर प्रदेश को एंबुलेंस घोटाला, NRHM घोटाला देते हैं. जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम आयुष्मान भारत शुरू करते हैं, जन औषधि स्टोर खोलते हैं. जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये शहरों और इलाकों को ध्यान में रखकर बिजली की सप्लाई में भेदभाव करते हैं. जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम सामान्य नागरिक को 24 घंटे बिजली देने का प्रयास करते हैं.
कटाक्ष करते हुइए पीएम मोदी ने रैली में कहा कि जब इन्हें सत्ता मिलती है, तो ये गरीब को घर देने में भी भेदभाव करते हैं, वोटबैंक का ध्यान रखते हैं. जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम सबका साथ-सबका विकास करते हुए हर बेघर को घर देने के लिए काम करते हैं. जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये कोयला घोटाला कर जाते हैं. जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम हर गरीब के घर में उज्जवला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचाते हैं. जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये चीनी मिलों को भी कौड़ियों के दाम बेचकर करोड़ों कमा लेते हैं. जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से चलवाने का प्रयास करते हैं. जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये भर्तियों में भी घोटाला कर जाते हैं, नौजवानों को धोखा देते हैं. जब हमें सेवा का अवसर मिलता है तो हम ग्रुप सी और डी की नौकरियों में इंटरव्यू की परंपरा ही खत्म कर देते हैं. उन्होंने कहा कि आज यहां से मैं पूरे हिंदुस्तान की मुस्लिम बहनों से कहना चाहता हूं कि आज दुनिया के मुस्लिम देशों में भी तीन तलाक की प्रथा नहीं है. हम भी भारत की मुस्लिम महिलाओं को वही अधिकार देना चाहते हैं, जो दुनिया के मुस्लिम देशों में मिला हुआ है.
सपा-बसपा गंठबंधन पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब बुआ-बबुआ एक दूसरे के कट्टर दुश्मन थे तब उसी दौर में इस जिले का नाम संत रविदास रखा गया था, लेकिन बुआ के बबुआ ने अपने अहंकार में इस जिले के नाम से संत रविदास का नाम हटवा दिया. अब बुआ अपने उसी बबुआ के लिए वोट मांग रही हैं. आगे उन्होंने कहा कि हमारी हमेशा से सोच रही है कि देशा में कारोबारियों को आसानी से पैसा मिले, सस्ती दर पर कर्ज मिले, मार्केट मिले, अच्छी तकनीक मिले और ये सरकारी दखल बंद हो इसी सोच के साथ देश में कानूनों का जाल खत्म किया है.जीएसटी से जुड़े कारोबारी को लोन के ब्याज में छूट से लेकर एक्सपोर्ट तक में मदद की जा रही है. व्यापारियों के पैसे न फंसे इसके लिए भी व्यवस्था की गयी है.